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अस्पताल वक्त से पहले बंद, रोगियों का हंगामा

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : जिला अस्पताल में डॉक्टरों की मनमानी का एक और नमूना मंगलवार को मिला। र

By Edited By: Published: Wed, 05 Aug 2015 02:30 AM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2015 02:30 AM (IST)
अस्पताल वक्त से पहले बंद, रोगियों का हंगामा

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद :

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जिला अस्पताल में डॉक्टरों की मनमानी का एक और नमूना मंगलवार को मिला। रोगियों की कतार लगी थी, मगर ओपीडी समय से सवा घंटे पहले बंद कर दी गई। रोगियों व तीमारदारों ने हंगामा किया तो दोबारा अस्पताल खोला गया, मगर तब तक दूर दराज से आए तमाम रोगी लौट चुके थे।

नियमानुसार जिला अस्पताल की ओपीडी दोपहर दो बजे तक खुलनी चाहिए, मगर अक्सर चिकित्सक वक्त से पहले ही उठ जाते हैं। मंगलवार दोपहर तो हद हो गई। 12.45 बजे चिकित्सकों ने रोगियों को देखना बंद कर दिया। स्टॉफ ने दवा वितरण भी रोक दिया। रोगियों को इंजेक्शन लगना व मलहम पंट्टी का काम भी बंद हो गया। ओपीडी से रोगियों को बाहर निकाला जाने लगा। इस मनमानी पर काफी रोगी तो निराश होकर लौट गए। अमरोहा से इलाज कराने पहुंचे अकरम, डिलारी के सुलेमान, कुंदरकी के भोले आदि ने अस्पताल पहले बंद होने का कारण पूछा तो उन्हें बताया कि गया कि किसी चिकित्सक के पिता की मौत हो गई है। उसके शोक में अस्पताल बंद किया गया है। इस पर रोगी और तीमारदार हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंचे, पहले पर्चा बनाने को, फिर इलाज कराने के लिए घंटों कतार में खड़े रहे। अब अस्पताल बंद कर दिया गया है। इसकी सूचना पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमीर सिंह पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत किया। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक ओपीडी दोबारा खुलवाई गई और रोगियों का इलाज कराया गया। उनके मुताबिक शोकसभा डेढ़ बजे तय थी, उससे पहले ओपीडी कैसे बंद हुई इसकी जांच कराई जाएगी।


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