लूट में फंसा सिपाही बर्खास्त
मुरादाबाद: पुलिस में भर्ती होने से पहले लूट में फंसे सिपाही को एसएसपी ने बर्खास्त कर दिया। जांच में
मुरादाबाद: पुलिस में भर्ती होने से पहले लूट में फंसे सिपाही को एसएसपी ने बर्खास्त कर दिया। जांच में पुष्टि के बाद में सीओ कोतवाली ने बर्खास्तगी की सिफारिश की थी।
दैनिक जागरण ने कई बार पुलिस विभाग में तैनात पुरुषोत्तम वर्मा के अपराध की दुनिया में शामिल होने का खुलासा किया था तो अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच के आदेश सीओ कोतवाली को दिए थे। पूरा मामला वर्ष 2008 का है। मझोला थानाक्षेत्र के बुद्धि विहार निवासी करतार सिंह की तीन बदमाशों ने स्कार्पियो लूट ली थी। इस मामले में त्रिभुवन सिंह उर्फ सोनू्र शाकिर उर्फ शकील और चांद बाबू को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था जबकि विवेचना में प्रकाश में आए मेरठ के मेडिकल कालेज थानाक्षेत्र की जागृति कालोनी निवासी पुरुषोत्तम वर्मा का पता नहीं चल सका था। इस पर पुलिस ने उपरोक्त तीनों के खिलाफ अदालत में आरोप-पत्र दाखिल कर दिया था और पुरुषोत्तम वर्मा को फरार दर्शा दिया था। इस बीच वर्ष 2011 में पुलिस में भर्ती हुई तो पुरुषोत्तम वर्मा सिपाही बन गया और मुरादाबाद में ही उसकी तैनाती हो गई। एक दिन डयूटी के दौरान करतार सिंह से आमना-सामना हुआ तो पुरुषोत्तम को पहचान लिया। इसके बाद में शिकायत की। दैनिक जागरण ने भी पूरे मामले का खुलासा किया तो आखिरकार सीओ कोतवाली महेश राणा से जांच कराई गई थी। जांच में सीओ ने पुरुषोत्तम वर्मा को लूट में शामिल मनाते और झूठे तथ्यों के आधार पर पुलिस में भर्ती होने का दोषी माना और पुलिस सेवा से बर्खास्तगी की संतुष्टि की थी। इस पर बुधवार को एसएसपी लव कुमार ने सिपाही को बर्खास्त कर दिया।