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बेमौसम बरसात ने पाटी पारे की खाई

-मौसम के यूटर्न से दिनभर बूंदाबांदी, जनजीवन प्रभावित मुरादाबाद। बारिश ने आज बच्चों को भूखा सुल

By Edited By: Published: Mon, 02 Mar 2015 01:58 AM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2015 04:18 AM (IST)
बेमौसम बरसात ने पाटी पारे की खाई

-मौसम के यूटर्न से दिनभर बूंदाबांदी, जनजीवन प्रभावित

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मुरादाबाद।

बारिश ने आज बच्चों को भूखा सुला दिया।

चूल्हे की गीली लकड़ी धुआं होके रह गई।।

बेमौसम बरसात व तेज हवाओं से होने वाली बर्बादी पर ये पंक्तियां सटीक बैठती हैं। फसल की भारी तबाही होने के साथ ही दिनभर की बूंदाबांदी से जनजीवन भी प्रभावित हो गया। मौसम के इस बदलाव से पारे की भी खाई पट गई। रविवार को अधिकतम व न्यूनतम पारे का अंतर सिर्फ दो डिग्री सेल्सियस में सिमटकर रह गया।

रविवार को तड़के से ही बूंदाबांदी व शीत लहर चलनी शुरू हो गई। अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसके अलावा शनिवार को अधिकतम तापमान 26.7 व न्यूनतम 13 डिग्री रहा था। छुंट्टी की मौज लेने का कार्यक्रम बनाने वाले महानगरवासी दोपहर तक घरों में ही रहने को मजबूर हो गए। गर्मी के कपड़ों को निकालने वाले लोग गर्म कपड़े फिर निकालने को मजबूर हो गए। महानगर के अलावा देहात में भी जनजीवन प्रभावित रहा। साथ ही फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। मातीपुर मैनी के प्रधान मुहम्मद अहमद, लालपुर तीतरी के देवेंद्र सिंह, मुंडिया के मुहम्मद शफीक व जाहिदपुर सीकमपुर के प्रधान इरशाद हुसैन ने फसलों में भारी नुकसान होने का दावा किया। उन्होंने अनेक परिवारों में खाना बनाने में दिक्कत आने की बात कही है।

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ह्दय रोगी रहें सावधान -

हाड़कंपा देने वाली ठंड से हृदय रोगी दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। अधिकांश लोग घरों से नहीं निकले। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश रायजादा के मुताबिक इस तरह की ठंड का असर दिल पर पड़ता है। जो खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए वह सावधान रहें।

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बिछ गई फसलें-

बरसात व तेज हवाओं से गेहूं की फसल को सबसे ज्यादा नुक्सान पहुंचा है। नीचे गिरे गेंहू की बाली में दाना कमजोर होने के आसार बढ़ गए हैं। किसान नेता डॉ. नजाकत हुसैन ने गांव अटरिया, सरदार नगर, चूहा नगला, सीकमपुर पांडे, नकटपुरी कलां, हमीरपुर, रानीनागल, बेलवाड़ा आदि में 50 फीसद से अधिक फसलें तबाह होने की बात कही है। जबकि अटरिया के नासिर अली ने किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।

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बे मौसम बरसात से रबी की फसलों को नुकसान हुआ है। फसलें गिरने से उत्पादन में कमी आएगी। शीघ्र ही आंकलन कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

यशराज सिंह, जिला कृषि अधिकारी


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