आखिरी कॉल में छिपा डॉक्टर के कत्ल का राज
मुरादाबाद : दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस डॉ. रुद्र प्रकाश कौशिक के हत्यारों का सुराग लगा पाने में
मुरादाबाद : दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस डॉ. रुद्र प्रकाश कौशिक के हत्यारों का सुराग लगा पाने में नाकाम रही है। पुलिस की जांच अब सर्विलांस में लगाए गए नंबरों पर टिक गई है। इस मामले में हत्या के तुरंत बाद डॉक्टर के क्लीनिक से बरामद हुए फोन के पांच संदिग्ध नंबरों को सर्विलांस में लगाया गया है। पुलिस आखिरी कॉल करने वाले शख्स की तलाश में जुट गई है।
25 जनवरी की रात हिमगिरी कॉलोनी निवासी डॉ. रुद्र प्रकाश कौशिक की हड्डी मिल के पास हत्या कर दी गई थी। अज्ञात हमलावर डॉक्टर के सिर में गोली मार कर फरार हो गए थे। परिवार वालों की मुताबिक उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। बेटे अर्पित ने बताया कि बीते 15 सालों से उनके पिता सलेमपुर गांव में क्लीनिक चला रहे थे। वहीं मां ममता शर्मा हसनपुर स्थित सीएचसी में एएनएम के पद पर कार्यरत है। हिमगिरी कॉलोनी के लोग उनकी बड़ी इज्जत करते थे। वहीं पुलिस को भी अभी तक हत्या के पीछे क्या मकसद था, इसका पता नहीं चल पाया है। सूत्रों के मुताबिक हत्या वाले दिन डॉ. रुद्र प्रकाश जल्द बाजी में बाहर निकले थे। इस दौरान वह अपना मोबाइल क्लीनिक के अंदर भूल गए। उन्होंने उस दिन क्लीनिक बंद करने के दौरान पूरे ताले भी नहीं लगाए थे। बच्चों ने बताया कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि उनके पिता अपना मोबाइल क्लीनिक में भूल आए हो। सूत्र बताते है कि डॉक्टर के पहचान वाले किसी शख्स ने फोन करके ऐसी कोई बात कही होगी, जिसके कारण वह जल्दबाजी में क्लीनिक से बाहर निकले होंगे। वहीं पहले से ही घात लगाकर बैठे हत्यारों ने उन्हें रोककर गोली मार दी होगी। पुलिस डॉक्टर के फोन पर किए गए कुछ संदिग्ध नंबरों की लोकेशन और उनकी कॉल ट्रेस करने का काम कर रही है। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस की जांच उस आखिरी कॉल पर टिकी है जिसने डॉक्टर को फोन किया था।
वर्जन
पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। कुछ नंबरों को सर्विलांस में लगाने के साथ ही उनकी लोकेशन ट्रेस करने का काम हो रहा है। बहुत जल्द हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
एनके भटनागर, थानाध्यक्ष, सिविल लाइंस