श्रीराम के बाललीला पर झूमे भक्त
मुरादाबाद । कंपनी बाग स्थित जिगर मंच पर चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन बुधवार को संत प्रेम भूषण महार
मुरादाबाद । कंपनी बाग स्थित जिगर मंच पर चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन बुधवार को संत प्रेम भूषण महाराज ने श्रीराम के बाल रूप की कथा सुनाई। भगवान की बाल लीलाओं का जब उन्होंने भजन के माध्यम से वर्णन किया तो श्रोता झूम उठे।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को प्रसन्न रहना चाहिए। जो है जितना है उसी में सुखी रहना चाहिए। उत्सव को उत्साह पूर्वक मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परमात्मा कभी भी दुर्व्यवहार नहीं करते हैं। वह अपने सभी भक्तों पर समत्व का व्यवहार करते हैं। ऐसे में जब कष्ट हो तो उन्हें नहीं कोसना चाहिए। श्रीराम के धाम अयोध्या में प्रभु का दर्शन होता है। हमें भी अयोध्या जाकर प्रभु के दर्शन का लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को कर्म करना चाहिए। जब हम अपेक्षा रहित कर्म करेंगे तो हमारा प्रेम दृढ़ होगा। भगवान श्रीराम भी भक्तों से यथार्थ प्रेम करते थे। जब हम प्रभु की सेवा करेंगे तो भी प्रेम ही बढ़ेगा। बच्चों को परमात्मा का ही रूप माना गया है। उनके साथ ज्यादा वक्त बिताइये खुद ब खुद भगवान से नजदीकी बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को समय से पहले और प्रारब्ध से अधिक कुछ नहीं मिलता है।
इस दौरान संरक्षक विजय मोहन अग्रवाल, उपाध्यक्ष महावीर प्रसाद अग्रवाल, अनिल कुमार गुप्त, सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने प्रेम भूषण जी से आशीर्वाद लिया। गुरुवार की कथा में अहिल्या उद्धार, पुष्प वाटिका, धनुष यज्ञ का वर्णन होगा।