स्टैंडो पर दो रुपये की बजाए दस की वसूली
मुरादाबाद । महानगर के दुपहिया वाहन स्टैंडों पर खुलेआम वसूली हो रही है। दो रुपए के स्थान पर दस से पंद
मुरादाबाद । महानगर के दुपहिया वाहन स्टैंडों पर खुलेआम वसूली हो रही है। दो रुपए के स्थान पर दस से पंद्रह रुपए वाहन स्वामियों से लिए जाते हैं। स्टैंड संचालक रुपये नहीं देने पर मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं। अक्सर झगड़ों में स्थानीय पुलिस स्टैंड संचालकों की ही मदद करती है। अक्सर स्टैंडों पर पुलिसकर्मी और अराजक तत्व मौजूद रहते हैं। उनके लिए खाने-पीने की सुविधाएं स्टैंड संचालक ही मुहैया कराते हैं।
महानगर में लगभग एक दर्जन दुपहिया वाहन स्टैंड हैं। वाहनों को खड़ा करने के लिए सूची तो दो रुपए की लगी होती है, लेकिन दस रुपए से लेकर पंद्रह रुपए तक की वसूली होती है। रेलवे स्टेशन पर स्टैंड संचालकों की मनमानी चलती है। आधे घंटे बाइक खड़ी करने के लिए दस रुपए देने पड़ते हैं। रेलवे स्टेशन के बोर्ड पर दो से पांच रुपए तक अंकित हैं। , लेकिन यह महज दिखावे के लिए है। इसी तरह का हाल रोडवेज बस अड्डे के स्टैंड पर। यहां भी आम आदमी से दस मिनट के दस रुपए लिए जाते हैं। कांठ रोड स्थित विशाल मेगा मार्ट के स्टैंड पर भी साइकिल सवार से पांच रुपए और बाइक सवारों से दस से पंद्रह रुपए ठेकेदार वसूलते हैं, जबकि यह ठेके पूरी तरह से अवैध हैं।
---------------------
विशाल मेगा मार्ट पर लोगों से बातचीत
- एक घंटे पहले बाइक खड़ी की थी। वापस आने पर पंद्रह रुपए स्टैंड संचालक मांग रहे थे। विवाद के बाद दस रुपए देकर आया हूं।
नासिर, कांठ
- बाजार में शैम्पू लेने आया था। साइकिल खड़ी करने के दस रुपए स्टैंड वाला मांग रहा था। बड़ी मुश्किल से पांच रुपए में माना है।
राजीव, आदर्श कालोनी
- परिवार के साथ बाजार करने आया था। बीस मिनट का पंद्रह रुपए मांगे गए थे। दस रुपए देकर पीछा छुड़ाया है। जबकि पर्ची पर तीन से पांच रुपए छपे हैं।
नीरज, डिलारी
- घर का सामान लेने आया था। बीस मिनट बाद बाजार से निकला तो पंद्रह रुपए स्टैंड संचालक मांग रहा है। बारह रुपए देने पर शांत हुआ।
पीयूष, दीन दयाल नगर
-------------------
रेलवे स्टेशन पर लोगों से बातचीत
- दो दिन बाद बाइक निकालने आया हूं। नियम से पांच रुपए होते हैं। संचालक ने तीस रुपए दो दिन के लिए हैं। कुछ कहने पर स्टैंड में बैठे पुलिस कर्मी गाली-गलौज करने लगते हैं।
राहुल, राम स्वरूप कालोनी
-बोर्ड के हिसाब से महीने के सत्तर रुपए लेने चाहिए। जबकि स्टैंड संचालक डेढ़ सौ से दो सौ रुपए वसूलते हैं।
आदेश कुमार, मिलन विहार
-दस मिनट बाद स्टैंड से बाइक उठाने आया हूं। एक तो बाइक के सामने तमाम गाड़ियां लगा दीं। दूसरे स्टैंड संचालक अधिक रुपए लेते हैं।
गौरव, बुध बाजार
- एक घंटे गाड़ी खड़ी करने का दस रुपए दिए हैं। इससे कम में संचालक के गुर्गे मानने को तैयार नहीें होते।
गौरव, बुध बाजार
------------------------
बोले जिम्मेदार
शहर में अवैध रूप से चल रहे स्टैंडों को सूचीबद्ध कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुमार, नगर आयुक्त
शिकायत मिलने पर जांच कराके कार्रवाई कराई जाती है। पिछले बार शिकायत मिलने पर मूल्य सूची लगाई गई थी।
हितेंद्र मल्होत्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक