पशु तस्करी में कई और पुलिस कर्मी घेरे में
मुरादाबाद : गौवंशीय पशुओं की तस्करी के खेल में कई और पुलिस कर्मी भी शामिल हो सकते हैं। इस आशंका से
मुरादाबाद : गौवंशीय पशुओं की तस्करी के खेल में कई और पुलिस कर्मी भी शामिल हो सकते हैं। इस आशंका से मामले की तफ्तीश तेज कर दी गई है। बुधवार को जांच अधिकारी एसपी देहात के सामने भी ऐसे तथ्य आए। पुलिस ने ऐसे तत्वों के बयान भी दर्ज किए।
कांठ थाने की पुलिस ने मुठभेड़ में बरामद किए गए गोवंशीय पशुओं को पशु तस्करों के हाथ बेचकर पूरे पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया था। इस मामले के जांच अधिकारी एसपी देहात प्रबल प्रताप सिंह ने बुधवार को कांठ पुलिस द्वारा पकड़े गए पशुओं का रिकार्ड तलब किया। इन पशुओं को जिन गौशालाओं को दिया गया है, उनका विवरण भी मांगा। जांच अधिकारी ने बुधवार को कांठ थाने के उन पुलिस कर्मियों का रिकार्ड भी तलब किया जो पशु को पकड़ने और संबंधित मुठभेड़ में शामिल रहे थे।
एसएसपी लव कुमार के मुताबिक पुलिस ने कई संदिग्धों के बयान दर्ज किए गए हैं। उन्होंने गौशाला संचालकों और पशु तस्करों में साठगांठ से इन्कार नहीं किया। कहा इसमें कुछ पुलिस कर्मी भी मिले हो सकते हैं। ऐसे तत्वों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। इसकी गहन जांच होगी।
कांठ की कमान अब पुंडीर को
खाकी की परवाह किए बगैर पैसे को अहमियत देने वाले कांठ थाने के निलंबित थानाध्यक्ष सतीश कुमार ने बुधवार को पुलिस लाइन में आमद करा दी। इस बीच, एसएसपी लव कुमार ने कांठ थाने की कमान तेजतर्रार उपनिरीक्षक देवपाल सिंह पुंडीर को सौंपी है। पुंडीर अभी तक हरथला पुलिस चौकी पर तैनात थे।
हाथ नहीं आए आरोपी
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने बताया कि भोजपुर में पकड़े गए प्रतिबंधित पशुओं के कारोबारियों की तलाश में रात में कई स्थानों पर दबिश दी गई, लेकिन कोई भी हत्थे नहीं चढ़ा। बताया कि इस मामले में आरोपी कान्हा गऊ सेवा समिति के प्रबंधक गुरमीत सिंह, डालचंद्र, पशु कारोबारी मुहम्मद अली, मुर्तजा, जावेद के अलावा अकील कुरैशी फरार हैं।