'कोरियर ब्वाय' बनेंगे डाकिये
मुरादाबाद : आपके घर डाक पहुंचने वाला डाकिया पुराने जमाने का नहीं, बल्कि आधुनिक नजर आएगा। नीली वर्दी
मुरादाबाद : आपके घर डाक पहुंचने वाला डाकिया पुराने जमाने का नहीं, बल्कि आधुनिक नजर आएगा। नीली वर्दी में पत्र देने के पहले नमस्कार कहेगा और पत्र देने के बाद डाक विभाग से पत्र मांगने पर धन्यवाद भी देगा।
डेढ़ सौ साल पुराना डाक विभाग वर्तमान परिवेश के साथ खुद को बदल रहा है। देश के डाक घरों को कंप्यूटर से जोड़ने का काम अंतिम चरण में है। डाकियों को घर पर जाकर स्पीड पोस्ट बुक करने के लिए हाथ की मशीन देने की तैयारी है।
बदलाव के बावजूद डाकिये व डाक घरों में टिकट बेचने वाले कर्मचारियों का रवैया नहीं बदला है। लिहाजा उनका व्यवहार बदलने के साथ ड्रेस भी बदलने की कवायद चल रही है। डाक कर्मियों को नीली वर्दी दी जाएगी और व्यवहार बदलने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। उसका बाद डाकिया घर जाने पर दरवाजा खटखटाने के बजाय डाकिया कह कर आवाज लगाएगा और बाहर आने वाले व्यक्ति को नमस्कार कहने के साथ आने वाला पत्र देगा। यहीं नहीं, काउंटर पर बैठने वाले कर्मचारी डाक सामग्री खरीदने वाले से मुस्करा कर बात करेंगे और मांगने पर तत्काल डाक सामग्री उपलब्ध कराएगा।
प्रवर डाक अधीक्षक राहुल शर्मा ने कहा कि मंडल भर के डाक कर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए मुरादाबाद के मुख्य डाक घर में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया है। इसके लिए कर्मियों का समूह बनाया गया है। हर समूह को बारी-बारी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कर्मचारी कम्प्यूटर व आधुनिक मशीनों पर काम करने के लिए भी प्रशिक्षित किए जा रहे हैं।