बारूद के ढेर पर शहर
मुरादाबाद : भगवान न करे हरियाणा के फरीदाबाद जैसा हादसा अपने शहर में हो। जिला प्रशासन ने मंगलवार को
मुरादाबाद : भगवान न करे हरियाणा के फरीदाबाद जैसा हादसा अपने शहर में हो। जिला प्रशासन ने मंगलवार को हजारों कुंतल पटाखों से सजी दुकानें अधूरे मानकों पर लगवा दीं। जागरण पड़ताल में शहर में तेरह स्थानों पर आतिशबाजी की दुकानों में आग से बचाव के यंत्र नहीं दिखे। यही नहीं दमकल वाहन भी पटाखा बाजार में खड़े नहीं किए गए हैं।
गुरुवार को दीपावली का त्योहार है, लिहाजा मंगलवार से पटाखा व्यापारियों को तीन दिन का लाइसेंस दिया गया है। मंगलवार सुबह शहर में लोकोशेड, जिगर मंच, लाजपत नगर, गांधी नगर पार्क, लाइन पार रामलीला मैदान, नेहरू युवा केंद्र समेत 13 स्थानों पर पटाखा बाजार सजा दिया गया। नियमानुसार हर पटाखे की दुकान में कम से कम दस बोरा बालू, दो ड्रम पानी और अग्निशमन यंत्र का होना जरूरी है। इसके बाद भी दमकल विभाग की ओर से हर स्थान पर एक-एक अग्निशमन यंत्र लगाया जाना चाहिए। पटाखे की दुकानें आबादी के बीच नहीं होनी चाहिए। दैनिक जागरण की टीम ने मंगलवार सुबह लोकोशेड, कंपनी बाग और लाजपत नगर में लगे आतिशबाजी के बाजारों का निरीक्षण किया। अधिकतर दुकानों को आबादी के बीच लगाने की अनुमति दी गई है। तीन स्थानों में से किसी भी स्थान पर अग्निशमन यंत्र नहीं दिखाई दिए और न ही फायर टेंडर। ड्रमों के स्थान पर बाल्टी और डिब्बों में पानी भरा मिला।
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प्रतिबंधित देसी बम भी बाजार में उपलब्ध
पटाखा बाजार में तेज आवाज वाले देशी बम मौजूद हैं। जिन्हें पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। इसके बावजूद दुकानों में बिक्री की जा रही है। खतरनाक आतिशबाजी को रोकने के लिए कोई पहल नहीं की गई।
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सावधानियां :
- पटककर, दबाकर और रगड़कर छोड़ने वाले पटाखे न खरीदें। बंद स्थानों पर पटाखे न चलाएं।
- छोटे बच्चों को अकेले पटाखे न चलाने दें।
- रेशमी और सिंथेटिक कपड़े पहन कर पटाखे न चलाएं।
- आतिशबाजी चलाते समय सूती और ढीले कपड़े पहने।
- सूखे ईधन के पास पटाखे न चलाएं। हो सके तो आतिशबाजी चलाने के स्थान पर पानी की बाल्टी रख लें।
- दीपावली के समय घर में त्वचा का मलहम रखें, जिससे जलने पर प्राथमिक उपचार दिया जा सके।
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मंगलवार सुबह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और एडीएम सिटी के नेतृत्व में बाजार में जांच की गई। जिनके पास मानक के हिसाब से सुरक्षा के उपाय नहीं थे। उन्हें दोपहर बाद तक चेतावनी दे दी गई हैं। पांच स्थानों पर फायर टेंडर भी लगा दिए गए हैं।
(वीके सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी)