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नहीं मिल रहा ठिकाना

By Edited By: Published: Mon, 22 Sep 2014 02:15 AM (IST)Updated: Mon, 22 Sep 2014 01:33 AM (IST)
नहीं मिल रहा ठिकाना

मुरादाबाद : इंदिरा आवास जरूरतमंदों को नहीं मिल रहे हैं। पहले बीपीएल सूची में शामिल लोग इसके पात्र माने गए थे। कोई नई नीति नहीं आई है, फिर भी पात्रों के चयन में पेच फंसाए जा रहे हैं।

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इंदिरा आवास उन लोगों को मिलने थे, जिनके नाम बीपीएल सूची में शामिल हैं और उनके पास सिर छिपाने का ठिकाना नहीं है। इसके बाद सरकार भी उन्हें गरीब मानने से इन्कार कर रही है। वो सिर छिपाने का ठिकाना इंदिरा आवास पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। पात्र होते हुए भी उनको शुमार अपात्रों की श्रेणी में शामिल कर दिया गया है और इंदिरा आवास नहीं मिलते हैं।

अमीरों ने कर दिए आवेदन

गरीबों को इंदिरा आवास मुहैया कराने के लिए खजाने का मुंह खोला है। ये बात दीगर है कि योजना का लाभ गरीबों को कम और अमीरों को ज्यादा पहुंचा है। हालांकि सूचीबद्ध किए गए दो हजार से अधिक पात्र परिवार योजना का लाभ हासिल करने से वंचित हैं। वर्ष 2001 की बीपीएल सूची में सम्भल समेत जनपद में 51 हजार परिवार शामिल किए गए थे। सत्यापन में 15 हजार से अधिक परिवार साधन संपन्न पाए गए। इनके पास कृषि भूमि के अलावा के अलावा ट्रेक्टर, बंदूक, पक्का मकान आदि थे। जिनको सूची से तो निकाल दिया गया लेकिन उनके स्थान पर पात्रों को जगह नहीं मिली।

नहीं मिल रहे सूची में दर्ज पात्र-

चालू वित्ताीय वर्ष में सिर्फ 1451 परिवारों को इंदिरा आवास का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है। सरकारी रिकार्ड में पात्र नहीं मिल रहे हैं। आवेदन हजारों ने किए हैं।

वर्ष 2007 में शुरू हुई योजना

गरीबों को सिर छिपाने के लिए छत देने की येाजना 2007 में शुरू की गई। इससे पहले आवास या मकानों की छत पाटने के लिए योजना शुरू की गई थी। छत के लिए सात हजार व मकान के लिए लगभग 20 हजार रुपये मुहैया कराए जाते थे। अब इसकी लागत 70 हजार रुपये है। जितने भी लोग इंदिरा आवास बनाते हैं, उनका इसका दोगुना रुपया आवास में लगता है।

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इंदिरा आवासों की स्थिति-

अब तक निर्मित- लगभग 16 हजार।

2012-13 में 820

2013-14 में 778

2014-15 में 1451

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नहीं मिल रहा ठिकाना-

विकास भवन रोजमर्रा पात्र इंदिरा आवास के लिए गुहार करते हैं और मायूस होकर लौट जाते हैं। मुंडिया के हबीब, सिंकदरपुर के मोहन लाल, जैतपुर के नरेश ने आवास न मिलने की बात कही है।

बातचीत..

ग्राम प्रधान से पत्र लिखवा दिया गया है। अभी तक इंदिरा आवास मंजूर नहीं हो सका है।

योगेंद्र सिंह

21 एसकेएच 1002

बीपीएल सूची में नाम दर्ज होने के बाद भी इंदिरा आवास नहीं मिला है। कई बार आवेदन कर चुके हैं।

मुस्तकीम अली

21 एसकेएच 1003

तमाम लोगों ने आवेदन कर रखे हैं। अभी तक इंदिरा आवास नहीं मिला है।

ज्ञानवती

21 एसकेएच 1004

हमारी तो उम्र ही निकल गई। अब तक इंदिरा आवास के आवेदन पर कुछ नहीं हुआ।

छोटी देवी

बीपीएल सूची में शामिल पात्रों को आवास मुहैया कराने की सुविधा है। जिनके नाम शामिल नहीं हैं उन्हें इंदिरा आवास नहीं मिल सकता है।

फैसल आफताब, सीडीओ

इंदिरा आवास 2001 में बनी बीपीएल सूची के आधार पर मुहैया कराए जाते है। जो पात्र हैं उनको ही मिल रहे हैं।

रामबाबू सोनकर, परियोजना निदेशक डीआरडीए


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