बेसिक स्कूलों में सघन चेकिंग अभियान
मुरादाबाद। हाजिरी बनाकर गायब रहने वाले बेसिक शिक्षकों की अब खैर नहीं है। जिला स्तर पर विभाग ने स्कूलों के निरीक्षण की जो रूपरेखा बनाई है, उसमें लापरवाह नप जाएंगे। उप निदेशक बेसिक खुद इसकी मानीटरिंग करेंगे।
इन स्कूलों में अध्यापकों के गायब रहने, गंदगी और पेयजल आदि समस्या की शिकायतें आम हैं। एमडीएम, प्रधान की कृपा पर निर्भर। रोज खिचड़ी बनती है और प्रसाद की तरह बांटी जाती है। ज्यादातर हेडमास्टर और प्रधान धन का गोलमाल करते हैं।
इनकी शिकायतों के बाद उप निदेशक बेसिक अशोक कुमार सिंह ने बीएसए मुन्ने अली के साथ बैठक की और एक साथ सभी स्कूलों में छापे की रणनीति बनाई गई। तय हुआ कि एक ब्लाक के सारे स्कूलों का चिह्नीकरण किया जाए। सभी बीईओ के साथ ही एमडीएम, सर्व शिक्षा अभियान, ड्रेस की जिम्मेदारी देख रहे कोआर्डिनेटर को संबंधित ब्लाक मुख्यालय बुलाया जाए। यहां से उन्हें विद्यालयों की सूची देकर निरीक्षण के लिए भेज दिया जाए। डीडी ने इसके लिए बीएसए को रोडमैप तैयार करने का निर्देश दिया है। बीएसए मुन्ने अली ने कहा कि सारे स्कूल कवर होंगे।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
- अध्यापकों की उपस्थिति पंजिका व उनकी मौजूदगी।
-पढ़ाने का तरीका तथा शिक्षक डायरी।
-एमडीएम की जांच, बच्चों से भोजन के बारे में पूछताछ।
-स्कूल में साफ सफाई तथा शौचालय की स्थिति।
-छात्रों का नामांकन व उस दिन की मौजूदगी। कम मिलने पर बीते दिनों के मौजूदगी की भी समीक्षा।
इनसेट
ये होगी कार्रवाई
स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षक या कम संख्या वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापक के खिलाफ जांच अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर उसी दिन बीएसए को सौपेंगे। इसी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जानी है। वेतन काटने से लेकर निलंबन तक की कार्रवाई हो सकती है।