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मंदिरों में गूंजा हर हर महादेव

By Edited By: Published: Sat, 26 Jul 2014 01:13 AM (IST)Updated: Sat, 26 Jul 2014 01:13 AM (IST)
मंदिरों में गूंजा हर हर महादेव

मुरादाबाद। शुक्रवार को शिवरात्रि पर शिव मंदिर हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठे। शिवालयों पर भगवान शिव के जलाभिषेक का क्रम सुबह से लेकर शाम तक चलता रहा।

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शुक्रवार को चौरासी घंटा मंदिर, झारखंडी मंदिर, हाथीवाला मंदिर के अलावा प्रमुख मंदिरों पर पूरे दिन पूजन का कार्यक्रम चलता रहा। बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर के भी कांवड़ियें ट्रैक्टर ट्राली, पिकप वाहन, ट्रक पर सवार होकर नाचते गाते बढ़ते दिखे। इन भक्तों के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं भी पंडाल लगाकर सेवा में जुटी हैं। रंग फैक्ट्री के सामने नागरिक सुरक्षा से जुड़े लोगों के अलावा मां गंगा प्रदूषण मुक्त समिति ने कांवड़ियों के लिए पंडाल लगाया और उन्हें प्रसाद वितरित किया। यहां राजीव विश्नोई, ब्रह्माजीत विश्नोई, इंद्र प्रताप गुप्त, प्रवीण वर्मा, मयंक शर्मा, प्रदीप मिश्र आदि ने व्यवस्था संभाली।

किशोरों में भी कांवड़ का क्रेज

कांवड़ को लेकर किशोरों में भी जबर्दस्त आस्था है। शुक्रवार को ब्रजघाट से कांवड़ लेकर लौट रहे पंद्रह वर्षीय प्रियांशु, तेरह वर्षीय राजकुमार व सोलह वर्षीय मुकेश ने कहा कि भोले की भक्ति में पैदल चलने का पता ही नहीं चला। उन्होंने बताया दो साल से कांवड़ उठा रहे हैं।

फिरोज भी कांवड़ यात्री

फिरोज भी कांवड़ यात्री। यह पढ़कर आपको भी अटपटा लगेगा मगर यह सच है। दरअसल फिरोज हिंदू हैं। दादा ने उनका यह नाम रखा था। वह पिछले तीन साल से कांवड़ उठा रहे हैं। वजीरगंज बदायूं के रहने वाले फिरोज सोमवार को शिव मंदिर पर जलाभिषेक करेंगे। कहते हैं कि रास्ते में कोई दिक्कत नहीं है। शिव ही हमें मार्ग दिखाते हैं और सहूलियत भी देते हैं।

30 साल बाद आज शनि अमावस्या

तीस साल बाद श्रावण मास में शनि अमावस्या का योग बन रहा है। इस दिन का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य विकास खुराना कहते हैं कि इस दिन यदि खिचड़ी का दान दिया जाए तो पिछले जन्म की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। कर्ज में डूबे लोग रुद्राभिषेक के अलावा भगवान हनुमान जी को सिंदूर का चोला भेंट कर सकते हैं। इससे कर्ज कम होने के रास्ते दिखेंगे।

कल है रवि पुख नक्षत्र

27 जुलाई 14 को रवि पुख नक्षत्र है। यह भी विशेष रूप से फलदायी होता है। तकरीबन बीस साल बाद यह योग श्रावण मास में पड़ा है। इस दिन अशोक के पेड़ के पूजन का बड़ा महत्व है। पूजन के बाद यदि मुकदमे में फंसे लोग नागटोन पेड़ की जड़ धारण कर जाए तो उन्हें सफलता मिल सकती है।


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