बच्चों के लौटने का इंतजार करते परिजन
मुरादाबाद। गोवर्धनपुर गांव में सात वर्ष बाद फिर से रामबहादुर की मौत चर्चा में आई है। अदालत द्वारा मौत में आरोपी राजपाल को सजा मुकर्रर करने पर रामबहादुर के परिवार के दिल को सुकून मिला है।
परिवार के लोग अभी तक रामबहादुर के बच्चों के लौटने के इंतजार में हैं। रामबहादुर के छोटे भाई विजय सिंह सैनी का कहना है कि राजपाल को अदालत ने सजा देकर बहुत अच्छा किया है। हम तो बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। आज भी बच्चे लौटना चाहे तो परिवार अपनाने को तैयार है। रामबहादुर की पत्नी कुसुम को स्वीकार नहीं किया जाएगा। परिवार के लोग मौत के पीछे विवाद से इन्कार कर रहे हैं। सजा की जानकारी पर शाम को पूरा परिवार एकत्रित हो गया। गांव में अन्य लोग भी आ गए, जो कि रामबहादुर को जानते थे। मजदूरी करके लौटा सबसे बड़ा भाई रामकरन ने भी आरोपी को सजा मिलने को सही ठहराया है। यहां बता दें कि मृतक राजबहादुर की पत्नी कुसुम के चार बच्चे हैं। घटना के बाद से अभी तक बच्चों का अभी तक पता नहीं चल सका है।