टेल पर नहीं पहुंच रहा पानी सूख रही फसलें
मीरजापुर : रजवाहा हो या माइनर कहीं भी टेल पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है। विभागीय उदासीनता के कारण
मीरजापुर : रजवाहा हो या माइनर कहीं भी टेल पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है। विभागीय उदासीनता के कारण नहरों की खराब स्थिति बनी हुई है। उच्चाधिकारियों का आदेश भी कैनाल विभाग के अभियंताओं ने अनसुनी कर दी। नहरों की सफाई व मरम्मत न कराने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र मड़िहान तहसील की ¨सचाई मुख्य रूप से मड़िहान ब्रांच से होती है। 120 लंबी इस रजवाहा की स्थिति काफी जीर्ण-शीर्ण हो गई। टेल पर पानी पहुंचने से पहले ही रजवाहा टूट जाती है। रजवाहा की लंबाई ज्यादा होने के कारण पटेहरा टेल तक पानी पहुंचने में एक पखवारा का समय लग जाता है। इस रजवाहा से सैकड़ों माइनर निकाली गई हैं, लेकिन माइनरों की स्थिति रजवाहा से भी खराब है।
मड़िहान रजवाहा से निकाली गई नहरों में झाड़ियां उग आई हैं। इसकी सफाई न होने से नहरें पट गईं हैं। इन नहरों का गुलावा व झाल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। टेल के किसान पानी का इंतजार करते रह जाते हैं। पानी के बिना उनकी हर साल फसल सूख जा रही है। तीन दिन पहले खोली गई मड़िहान रजवाहा का पानी अभी तक महज पंद्रह किमी दूर भावा देवपुरा तक भी नहीं पहुंचा था कि राजवाहा का तटबंध टूट गया। इससे चारो ओर जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न हो गई। किसान आज कल पानी आ जाएगा का इंतजार करते रह गए। नहर का पानी न आने से भावां, देवपुरा, विसुनपुर, मटिहानी, लालपुर, पचोखरा, राजापुर, मड़िहान व पटेहरा क्षेत्र के सैकड़ों गांव की हजारों हेक्टेयर खेतों की ¨सचाई नहीं हो पा रही है।
- उच्चाधिकारियों का आदेश बेअसर:
¨सचाई संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए कई बार जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हो चुकी है। जिलाधिकारी कंचन वर्मा ने कैनाल विभाग के अधिकारियों को नहरों की सफाई कराकर पानी टेल तक पहुंचाने का निर्देश भी दे रेखा है। इसके बाद भी यह हाल है।