मदरसों में कंप्यूटर की शिक्षा ले रहे हैं बच्चे
-अप्रैल माह में हो सकती है परीक्षा - चुनाव बाद होगा तिथि का निर्धारण मीरजापुर : मदरसे को आधुनि
-अप्रैल माह में हो सकती है परीक्षा
- चुनाव बाद होगा तिथि का निर्धारण
मीरजापुर : मदरसे को आधुनिक स्वरूप देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। आधुनिक शिक्षा कितनी जरूरी है, इसकी बानगी नगर के रामबाग स्थित मदरसे में बखूबी देखा जा सकता है।
एक वक्त था जब कंप्यूटर दिल्ली व मुंबई सरीखे महानगरों में ही देखने को मिलता था। आज कंप्यूटर नई पीढ़ी के युवाओं का अभिन्न अंग बन चुका है। मदरसों में कंप्यूटर की पढ़ाई हो रही है। छात्रों को गणित, विज्ञान व तकनीक की जानकारी भी दी जाती है। आधुनिक शिक्षा से अभिभावक भी खुश हैं और बच्चों का भविष्य भी संवर रहा है।
यह सब संभव हुआ है सरकार की शिक्षा परक नीति से।मीरजापुर में इस बार मदरसा बोर्ड की परीक्षा में चार हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिले में 194 मदरसों में लगभग 12 हजार छात्र- छात्राएं पंजीकृत हैं। इनमें से 44 मदरसे ऐसे हैं जहां पर कामिल अथवा अन्य परीक्षा के छात्र हैं। बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र- छात्राओं की संख्या चार हजार है। पिछले वर्ष तीन हजार छात्र- छात्राओं ने परीक्षा दी थी। इस बार की परीक्षा के लिए स्थिति स्पष्ट नहीं है। हालांकि अभी परीक्षा की तिथि की घोषणा नहीं की गई है, हालांकि मदरसों को परीक्षा के बाबत अपनी तैयारी शुरू करने के दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
सभी परीक्षार्थियों की अद्यतन सूची भी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को देने को कहा गया है। उम्मीद है कि इस बार यह परीक्षा मदरसों में ही कराई जाए। मदरसा अरबिया ओलियर घाट के प्रधानाचार्य नजम अली ने बताया कि कोर्स तो पूरा कर लिया गया है लेकिन परीक्षा के लिए अभी कोई तिथि निश्चित नहीं हुई है। संभवत: चुनाव के बाद तिथि की घोषणा की जाए। संभावना है कि परीक्षा अप्रैल 2017 में कराई जाए।
बेहतर दी जा रही शिक्षा:
इस संबंध में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नीरज अग्रवाल ने बताया कि मदरसों में आधुनिक शिक्षा छात्रों को दी जा रही है। उन्हें कंप्यूटर की भी शिक्षा दी जा रही है। छात्रों को उर्दू के अलावा गणित व विज्ञान की शिक्षा दी जा रही है। अभी परीक्षा की तिथि के बारे में कोई निर्देश नहीं आया है। प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली है जैसा कार्यक्रम आएगा वैसे परीक्षा कराई जाएगी।