जनपद में लहलहाएगी गेंदा की खेती
मीरजापुर : राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत इस वित्तीय वर्ष में जिले में पांच हेक्टेयर जमीन पर गेंदा की खेती होगी। उद्यान विभाग द्वारा किसानों के चयन की कवायद शुरू कर दी गई है। किसानों को अनुदान पर खाद व बीज दिया जाएगा है। उद्यान विभाग गेंदा की खेती करने का दावा भी कर रहा है। जिले के मझवां, सीखड़ और सिटी, पहाड़ी व कोन ब्लाक में किसान फूल की खेती कर रहे हैं। अभी किसानों को तकनीकी जानकारी नहीं है, जबकि वैज्ञानिकों का दावा है कि यदि किसान फूल की खेती के प्रति जागरूक हो जाए तो उन्हें कम लागत में अच्छा मुनाफा मिल सकता है। जहां पर पानी का साधन है वहां के किसान फूल की खेती कर सकते हैं। सरकारी स्तर पर उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मीरजापुर में फूल की मंडी न होने से किसानों को वाराणसी मंडी में ले जाकर फूल बेचना पड़ रहा है। सिटी विकास खंड निवासी रमाशंकर का कहना है कि मिशन में किसानों को फूल की खेती के लिए अनुदान का दावा तो किया जाता है लेकिन लक्ष्य सीमित होने की वजह से सभी को लाभ नहीं मिल पा रहा है। आम लोगों को योजना की जानकारी भी नहीं रहती है। किसान उद्यान विभाग का चक्कर काट रहे हैं। उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।
दिया जा रहा है प्रोत्साहन
जिला उद्यान अधिकारी भूषण सिंह का कहना है कि गेंदा की खेती की लिए किसानों को अनुदान पर बीज और खाद दिया जा रहा है। मीरजापुर में पांच हेक्टेअर जमीन पर खेती का लक्ष्य रखा गया है। कई जगहों पर अच्छी खेती किसानों द्वारा की जा रही है। किसानों को वैज्ञानिक विधि की जानकारी दी जा रही है।
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