बूंदों की छमछम पायल, रिमझिम बरसे बादल
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कई दिनों से जारी तेज गर्मी-उमस और पसीने की चिपचिपाहट से शुक्रवार की दोपह
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कई दिनों से जारी तेज गर्मी-उमस और पसीने की चिपचिपाहट से शुक्रवार की दोपहर अचानक थोड़ी राहत मिली। देखते ही देखते आसमान में आए बादलों ने बूंदें बरसानी शुरू की तो मौसम सुहाना हो गया। लोगों को बहुत राहत महसूस हुई। दूसरी ओर नगर की सड़कों पर कीचड़ फैल जाने से फिसलन जैसे हालात पैदा हो गए। बरसात ने नगरपालिका के सफाई दावों की पोल खोल दी है। नाली जाम होने व जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से मोहल्लों के निचले इलाकों में पानी भर गया है। इससे जहां आवागमन बाधित हो रहा है। आसपास के लोगों को नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल के सामने रोड पर कीचड़ फैल जाने से कई लोग फिसलकर गिर पड़े।
बरसात से पहले नालियों की सफाई की जाती है लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं हुआ।
नगर की अधिकांश नालियां खुली हैं इसलिए बारहों महीने कूड़ा कचरा से भरी
रहती हैं। जहां नालियां जाम हैं वहां पानी निकलने का कोई रास्ता ही नहीं
है। ऐसे मोहल्लों में बरसात के पानी के साथ नालियां का कूड़ा कचरा सड़क व
मोहल्लों में फैल जाता है।
सड़ांध से जीना हराम : दुर्गध से मोहल्ले वालों का जीना हराम हो गया है। मच्छरों का आंतक बढ़ गया है। बीमारी भी फैल रही है। अधिकारी व साधन सुविधा वाले वाहनों से निकल जा रहे हैं लेकिन आम आदमी को कीचड़ पानी से ही गुजरना पड़ रहा है।
एफसीआइ गोदाम में जल भराव के कारण गोदाम में पहुंचना मुश्किल हो गया है। फायर ब्रिगेड के सामने व शास्त्री पुल के पास क्रा¨सग के नीचे पानी भरा हुआ है। इन स्थलों पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से मोहल्ले वालों को नारकीय जीवन यापन करना पड़ रहा है। पथरहिया रोड पर ही कमिश्नर का आवास, विकास विभाग फायर ब्रिगेड का कार्यालय भी लेकिन जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने उसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है।