पटेहरा में गहराता जा रहा पेयजल संकट
जागरण संवाददाता, पटेहरा (मीरजापुर) : पटेहरा क्षेत्र में भू गर्भ जल स्तर काफी नीचे चले जाने से आ
जागरण संवाददाता, पटेहरा (मीरजापुर) : पटेहरा क्षेत्र में भू गर्भ जल स्तर काफी नीचे चले जाने से आधा से अधिक हैंडपंप पानी छोड़ दिए हैं। दो दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीण पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। समय रहते पेयजल संकट पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस इलाके में भू गर्भ जल स्तर 130 फीट नीचे चला गया है। पानी के लिए लोग रतजगा कर रहे हैं। इससे आधा से अधिक हैंडपंप पानी की जगह हवा उगल रहे हैं। इस क्षेत्र में अधिकांश हैंड पंप सौ या 120 फीट पर लगाए गए है। हैंडपंपों के सूखने से पेयजल संकट गहरा गया है। इस इलाके के नदी नाले पहले से सूख गए हैं। आम जन के साथ पशुओं को पानी पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है। क्षेत्र के घुमचिहवां, हीरदहवां, पथरौर, टऊवां, देवरी, दुबार खास, पटेहरा कला, दीप नगर, बेलहरा, धनावल, देवरी कला, हर्दी मिश्र, हड़ौरा, तुलसीपुर, कंहईपुर, पुरवा अमोई, गढ़वा सीवान, गोपालपुर, पटेहराखुर्द, मड़िहान, कलवारी, बसही, देवरीराजा, देवरी कटैया, लालापुर, सिरसी कोलान बस्ती, लेदुकी, अमोई- 84, नेवढि़या, घोरी, किरहा, गुलालपुर आदि गांव में पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है। रिबोर के काबिल हैंडपंप रिबोर नहीं किए जा रहे हैं। इससे समस्या और बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों को इस समय बोर के पानी का सहारा है। बिजली आते ही ग्रामीण बाल्टी लोटा लेकर बोर की ओर दौड़ पड़ते हैं। पानी का इंतजाम करना टेढ़ी खीर साबित हो रही है।