निजी अस्पताल व पैथालाजी संचालकों को स्वास्थ्य विभाग की नोटिस
मीरजापुर : मुख्य चिकित्साधिकारी ने पैथालाजी और नर्सिंग होम संचालकों को नोटिस जारी कर डेंगू के मरीजो
मीरजापुर : मुख्य चिकित्साधिकारी ने पैथालाजी और नर्सिंग होम संचालकों को नोटिस जारी कर डेंगू के मरीजों की जांच में सतर्कता बरतने और यह काम प्रशिक्षित लोगों से ही कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि जांच में मरीज में डेंगू के लक्षण मिलने पर उसे तत्काल अस्पताल भेजने की व्यवस्था की जाए। इसमें लापरवाही बरतने पर दोषी के खिलाफ कार्रवई की जाएगी।
सरकारी स्तर पर जांच में जनपद के सरकारी अस्पतालों में अब तक एक भी डेंगू का मरीज नहीं पाया गया है। साथ ही लक्षण भी किसी मरीज में नहीं मिले है। इसके उलट निजी पैथालाजी और जांच केंद्र मरीजों में धड़ाधड़ डेंगू के लक्षण निकाल दे रहे हैं। स्टेशन रोड स्थित नर्सिंग होम और रामबाग के पैथालाजी सेंटर पर जांच रिपोर्ट में पिछले चार दिनों में बालिका समेत दो लोगों में डेंगू के लक्षण दर्शाए गए। डेंगू का नाम सुनते ही दोनों मरीजों के परिवार वाले सहम गए और उनको अस्पताल लाए। इसके बाद यहां से रेफर कराकर वाराणसी चले गए। निजी अस्पताल और जांच केंद्रों से डेंगू के बारे में इस तरह की रिपोर्ट देने पर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। सीएमओ डा. एके चौरसिया का कहना है कि प्राइवेट में नान डिग्री धारकों से जांच कराई जाती है। बताया कि नोडल अधिकारी के माध्यम से निजी पैथालाजी और प्रैक्टिस करने वाले डाक्टरों को नोटिस जारी की गई है।