आंधी- तूफान से विद्युतापूर्ति बाधित
पटेहरा(मीरजापुर): विकास खंड में कई दिनों से आ रहे आंधी- तूफान से क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था एकदम से
पटेहरा(मीरजापुर): विकास खंड में कई दिनों से आ रहे आंधी- तूफान से क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था एकदम से ध्वस्त हो गई है। कई पोल टूट गए और कई जगह तार भी टूट गए। पानी का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। वैसे तो ग्राम पंचायतों में कई हैंडपंप संचालित हैं लेकिन पानी के लिए ग्रामीणों को इंतजार करना पड़ रहा है।
क्षेत्र के रामपुर रेक्शा, पड़रिया खुर्द, कन्हईपुर, रैकल, सिरसी, लेंदुकी व पिउरी में कई पोल टूटे हैं। बनकी व रामपुर रेक्शा में तो पूरी तरह से विद्युतापूर्ति बाधित है। हाहाकार मचा है। वनकी के प्रधान के पति लक्ष्मीकांत ने कहा कि विकास खंड को इसकी सूचना दे दी गई है लेकिन वहां से न तो टैंकर ही आया और न ही जेनरेटर। एसडीएम जैनेंद्र ¨सह, एडीओ पंचायत इस संबंध में मौन हैं। एसडीएम ने कहा उनको इसकी जानकारी नहीं है। ग्राम विकास अधिकारी गाइड लाइन का इंतजार कर रहे हैं तो प्रधान भी मौन है।
नहीं बदले गए पोल:क्षेत्र के दीपनगर पावर हाउस से संचालित एसटी लाइनों के टूटे पोलों को सप्ताह भर के बाद भी नहीं बदला जा सका। विद्युत विभाग की उदासीनता व लापरवाही के चलते ग्रामीणों में त्राहि- त्राहि मची हुई है। ग्राम विकास अधिकारी मातादान त्रिपाठी ने देवरी कटैया, बरईपुर, ककरद में टैंकर से जलापूर्ति की। श्यामधर तिवारी ने टक्सउर मंझारी की दलित बस्ती में टैंकर भेजा। इसी प्रकार पथरौर चक व पथरौर में क्रमश: प्रेमनाथ पांडेय व नागेश कुमार मिश्र ने जेनरेटर से जलापूर्ति कराई। क्षेत्र के ही लालबहादुर पांडेय ने चंदा कर जलापूर्ति कराई।
समय लग सकता है मरम्मत में
टूटे पोलों की मरम्मत के लिए एक सप्ताह का समय लग सकता है। दीपनगर के पावर हाउस से संचालित फीडरों के 83 पोल व मड़िहान के फीडरों के 53 पोलों को ठीक कराने में समय लग सकता है। उपखंड अधिकारी अतुल रघुवंशी ने कहा कि अवर अभियंता से इस्टीमेट बनवाया जा रहा है। शीघ्र की कार्रवाई होगी।