हांफते रहे अफसर,छूट रहा था पसीना
मीरजापुर : सीएम अखिलेश यादव के स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम में आगमन की तैयारी को लेकर प्रशासनिक अधिकारी हा
मीरजापुर : सीएम अखिलेश यादव के स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम में आगमन की तैयारी को लेकर प्रशासनिक अधिकारी हांफते नजर आए। अधिकारियों को पसीना छूट रहा था। डीएम राजेश कुमार सिंह, एसपी दिनेश चंद, सीडीओ अमित कुमार सिंह, एडीएम देवीशरण उपाध्याय, एएसपी नक्सल एमपी सिंह, एसडीएम डाक्टर विश्राम, अशोक कुमार कनौजिया, गुलाब चंद राम, सीओ गीतांजलि सिंह, उप निदेशक सूचना, सूचना अधिकारी प्रशासनिक टीम के साथ सुबह सात बजे ही आश्रम में पहुंच गए थे। आश्रम परिसर में बने हेलीपैड से लेकर आश्रम के अंदर तक जहां सीएम को आशीर्वाद लेने जाना था कई बार चेकिंग की गई। दोपहर लगभग एक बजे आयुक्त अनिल कुमार व डीआइजी शिवसागर सिंह पहुंचे। उन्होंने भी अपने स्तर से तैयारियों का निरीक्षण किया। बाबा से आश्रम में जाकर मुलाकात की। अधिकारी तैयारी को लेकर सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव से भी सलाह मशविरा करते रहे। बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं के कार्यक्रमस्थल के समीप पहुंच जाने पर अधिकारी परेशान रहे लेकिन कुछ कह नहीं पा रहे थे।
पुलिस ने अधिकारी को भी रोका
सुरक्षा का इतना ताम-झाम फैला दिया गया था कि आश्रम के मुख्य गेट पर तैनात दारोगा से लेकर पुलिस कर्मी तक किसी से सीधी मुंह बात नहीं कर रहे थे। हर किसी को दुत्कार का भगा दिया जा रहा था। इसी को लेकर सपा कार्यकर्ताओं व पुलिस में कई बार नोंकझोंक भी हुआ। एक वरिष्ठ अधिकारी को सुबह दस बजे गेट पर तैनात एक थानेदार ने रोक दिया। यह बताने पर कि वह फला विभाग के वरिष्ठ अधिकारी हैं तो दारोगाजी लगे उनसे परिचय पत्र मांगने लगे। अधिकारी द्वारा सीएम का प्रोटोकाल दिखाए जाने के बाद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। बाद में साहब के साथ चल रहे एक कनिष्ठ अधिकारी द्वारा परिचय पत्र दिखाए जाने के बाद दारोगा ने उन्हें अंदर जाने दिया।
रोके गए विधायक व पूर्व सांसद
मुख्य गेट पर मड़िहान विधायक ललितेशपति त्रिपाठी व सपा के पूर्व सांसद पकौड़ी कोल को भी पुलिस ने मुख्य गेट पर काफी देर तक रोके रखा। इसको लेकर उनके समर्थकों व पुलिस के बीच नोंक झोंक होती रही। कार्यकर्ता पुलिस के विरोध में नारेबाजी भी कर रहे थे। बाद में डीएम के आदेश पर जनप्रतिनिधियों को अंदर आने दिया गया। अंदर आने पर दूसरे गेट पर भी सपा नेताओं और चुनार के सीओ से तीखी नोकझोंक हुई। उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
मीडिया से हुई झड़प
चुनार के सीओ से मीडिया कर्मियों की भी जमकर नोंकझोंक हुई। पूरे कार्यक्रम के दौरान वह पूरे रौ में दिखे। हर किसी से एक ही लहजे में बात कर रहे थे। पुलिस अधीक्षक के कहने पर मीडिया कर्मी बैरिकेडिंग के समीप पत्थर पर बैठकर सीएम के आने का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान सीओ तीन चार थानाध्यक्षों के साथ पहुंचे और पत्रकारों को भी हटाने लगे इस पर पत्रकार भी सीओ से भिड़ गए। मामला गरमाता देख उन्हें वापस लौटना पड़ा। बाद में डीएम ने आकर पत्रकारों से कार्यक्रम में सहयोग करने का अनुरोध किया। तब जाकर मामला शांत हुआ।
फर्श पर बैठकर करते रहे इंतजार
सत्तादल के विधायक व एक दो नेता हेलीपैड स्थल के बगल में स्थित कमरे के फर्श पर बैठकर सीएम के आने का इंतजार करते रहे। नेताओं का जमीन पर बैठकर सीएम का इंतजार करना चर्चा का विषय बना रहा।
एसपी ने लगाई अभियंता को फटकार
हेलीपैड पर पैचिंग से नाराज एसपी दिनेश चंद ने लोकनिर्माण विभाग के अवर अभियंता को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि इसी बात का तनख्वाह लेते हो। जगह-जगह चकत्ता लगा दिए हो। यदि बनाना ही था तो पूरी सड़क बना देते। सीएम की नजर पड़ गई तो क्या होगा। उन्होंने इसके लिए एक एएसपी की भी क्लास ली। कहा कि आप नोडल हैं। यदि देखा होता तो यह स्थिति न आती। कम से कम देखने में ठीक लगता। सीएम का मामला है हल्के में ले लिए।
सीएम को दिया गया गाड आफ आनर
हेलीपैड पर ही सीएम अखिलेश यादव को गाड आफ आनर दिया गया। सुबह से ही चुनिंदा पुलिस कर्मियों को बावर्दी लैस किया गया था।
मार्ग पर लगा रहा जाम
सीएम के आगमन में मद्देनजर बुधवार को चुनार-सक्तेशगढ़ मार्ग पर जाम लगा रहा। पुलिस ने आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया था। जगह-जगह लोग परेशान देखे गए। लगभग एक घंटे से अधिक समय तक वाहन जगह-जगह खड़े रहे। जगह-जगह पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। लगभग तीस किलोमीटर लंबे मार्ग पर