गुणवत्ता के दावों की खुली पोल
मीरजापुर: कलेक्ट्रेट परिसर में लगी टाइल्स की क्वालिटी घटिया होने की वजह से जगह-जगह उखड़ने लगी है। गु
मीरजापुर: कलेक्ट्रेट परिसर में लगी टाइल्स की क्वालिटी घटिया होने की वजह से जगह-जगह उखड़ने लगी है। गुणवत्ता खराब होने की वजह से यह स्थिति हो रही है। बसपा शासनकाल में कलेक्ट्रेट के एडीएम वित्त राजस्व, एडीएम भू राजस्व, एसडीएम कार्यालय,नजारत में लगी टाइल्स उखड़ने लगी है। निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा किया जा रहा है। जगह-जगह टाइल्स उखड़ने लगी है। लोगों का कहना है कि गुणवत्ता यदि ठीक रहती तो यह नौबत न आती। लगभग दस लाख का बजट खर्च हुआ था। कार्यालय माडल बन गया था। लोगों का कहना है कि शासकीय धन का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय। मामले की जांच की मांग की गयी। जिले के सबसे बड़े कार्यालय की जब यह हाल है कि तो अन्य कार्यालयों का क्या होगा। हालांकि जिलाधिकारी विकास कार्य की गुणवत्ता को लेकर काफी सख्त हैं। उनके द्वारा कई के खिलाफ की जा चुकी है।
सड़क पर उड़ रही धूल परेशान हैं लोग
मीरजापुर: मीरजापुर से एमपी के रास्ते महाराष्ट्र से कन्या कुमारी को जोड़ने वाले रीवां-मीरजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तो सड़क है ही नहीं। गिंट्टी व मिट्टी में वाहन धूल उड़ाते चलते हैं। लालगंज, हलिया व ड्रमंडगंज में तो स्थिति ज्यादा खराब है। इसी तरह वाराणसी-मीरजापुर, विंध्याचल-गैपुरा, चुनार-सक्तशेगढ़, अहरौरा-जमुईचट्टी, कछवां-कटका मार्ग पर जगह-जगह गड्ढा हो गया है। कहीं-कहीं तो सड़क बिल्कुल ही गायब हो गई है। घोषणा कई बार हुई और जांच भी की गई लेकिन बजट के अभाव व एक्सईएन लोक निर्माण विभाग के निलंबन के बाद भी काम नहीं हो पा रहा है। नागरिकों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी राजेश कुमार सिंह को पत्रक सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।