मृतकों के नाम बना दिया गया है जाबकार्ड
मीरजापुर: मनमानी की भी हद होती है। सीबीआइ जांच के बाद भी मनरेगा में धांधली में सुधार होता नहीं दिख र
मीरजापुर: मनमानी की भी हद होती है। सीबीआइ जांच के बाद भी मनरेगा में धांधली में सुधार होता नहीं दिख रहा है। नक्सल प्रभावित राजगढ़ विकास खंड में तो मृतकों के नाम जाबकार्ड जारी कर दिया गया है। आरोप है कि राजगढ़ विकास खंड के नक्सल प्रभावित कूबा कला गांव में कई मृतकों के नाम जॉब कार्ड दे दिया गया है। इसी तरह पतेरी गांव में भी मृतकों के नाम जाबकार्ड जारी किया गया है। प्रशासनिक स्तर पर जांच का आदेश भी दिया गया था लेकिन मामले को विकास खंड स्तरीय अधिकारियों द्वारा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। तमाम प्रयास के बाद भी गड़बड़ी में सुधार नहीं हो पा रहा है। इसी तरह पटेहरा विकास खंड के बेलहरा, जमुई, देवरी आदि गांवों में बाहरी व्यक्तियों के नाम जाबकार्ड बना दिया गया है। इसकी वजह से पात्रों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सिटी विकास खंड के जमुनहिया, देवरी आदि गांवों में कई अपात्रों को जाबकार्ड बना दिया गया है। हर गांव में दलाल सक्रिय हैं। उनकी मिलीभगत से लाखों की बंदरबांट की जा रही है। भारत सरकार के नेशनल मानीटर की टीम एक सप्ताह में कई गांवों का दौरा कर चुकी है, गड़बड़ी पर नाराजगी भी जता चुकी है। निर्माण की घटिया क्वालिटी पर कई खंड विकास अधिकारियों को भी फटकार लग चुकी है। मामले की होगी जांच
इस संबंध में प्रभारी सीडीओ राजीव बनकटा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मनरेगा का स्थिति
अब तक कितने का जारी किया गया है बजट: तीस करोड़।
कितना जारी किया गया है जाब कार्ड: 1.60 लाख।