विंध्य क्षेत्र में खोदाई में मिलीं खंडित मूर्तियां
विंध्याचल(मीरजापुर) : विंध्य क्षेत्र के कस्बा स्थित मोतिया झील के समीप स्थित एक व्यक्ति की जमीन की ख
विंध्याचल(मीरजापुर) : विंध्य क्षेत्र के कस्बा स्थित मोतिया झील के समीप स्थित एक व्यक्ति की जमीन की खोदाई के दौरान सोमवार को पांच खंडित मूर्तियां मिलीं। इसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा है। जानकारी होते ही मूर्तियों को देखने के लिए भीड़ जुट गयी। यह जमीन विंध्याचल स्थित एक व्यक्ति की है। जहां निर्माण के लिए नींव खोदी जा रही है। इसी दौरान त्रिमुखी मूर्तियां मिली है। खोदाई में दुर्गा, लक्ष्मीजी व उत्कृष्ट कलाकृतियों पर आधारित मूर्तियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। मूर्तियों के संबंध में केबीपीजी कालेज के पुरातत्वविद् डाक्टर इंदू भूषण द्विवेदी का कहना है कि सभी मूर्तियां गुप्तेश्वरकाल की लग रही हैं। उसी समय त्रिमुखी मूर्तियों का निर्माण होता था। इन्हें योगमाया के रूप में जाना जाता था। शैव व शाक्य संप्रदाय के लोग तंत्र साधना के लिए ऐसी मूर्तियों की उपासना करते थे। विंध्य क्षेत्र वैसे भी तंत्र साधना का केंद्र रहा है। पद्माशन जमाए इन मूर्तियों को योगमाया के रूप में पूजा जाता था।