आदर्श तालाबों की पूरी नहीं हुई जांच
मीरजापुर: राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत सिटी, राजगढ़ व पटेहरा ब्लाक में लाखों की लाग
मीरजापुर: राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत सिटी, राजगढ़ व पटेहरा ब्लाक में लाखों की लागत से निर्मित तालाबों के घोटाले की जांच तीन वर्ष बाद भी पूरी नहीं हो पाई है। हर बार की जिला योजना व जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में मामला सदस्यों द्वारा उठाया जाता है। कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। बताते हैं कि नौ तालाबों के स्थलीय सत्यापन का निर्देश सहायक अभियंता लघु सिंचाई और सहायक अभियंता डीआरडीए को दिया गया है। योजना अंतर्गत सिटी विकास खंड के ग्रामसभा भोड़सर, कंतित ग्रामीण, पथरा दसौधी, बढ़ौली, राजगढ़ विकास खंड के नुनौटी, गोबरदहा, कूबा खुर्द एवं पटहरा विकास खंड के धनावल, बेलहरा, बहुती, पटेहरा खुर्द, मरचा, हिनौती ग्रामसभा में निर्मित आदर्श तालाबों का सत्यापन 10 सितंबर 2011 को मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किया गया था। मौके पर पाया गया था कि आदर्श तालाबों पर न तो पौधरोपण कराया गया था और न ही बैरीकेडिंग की गई थी। पौधों की सिंचाई के लिए विधवा महिला की भी कहीं पर तैनाती नहीं की गई थी। प्रथमदृष्टया गंभीर अनियमितता मानते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश सीडीओ द्वारा दिया गया था। तकनीकी जांच के लिए दो अभियंताओं की टीम बना दी गई थी। जांच टीम के अभियंताओं से कहा गया था कि आदर्श तालाबों का स्थलीय निरीक्षण कर मापन आदि करते हुए मस्टररोल, एमबी,आगणन आदि का मिलान कर रिपोर्ट दिया जाए। आज तक न तो जांच पूरी हुई और न ही कार्रवाई। वर्तमान सीडीओ विवेक पांडेय कहते हैं कि मामला उनके समय का नहीं है फिर भी देखेंगे।