मंडलीय अस्पताल में गंदगी देख भड़के
मीरजापुर : आयुक्त अनिल कुमार सोमवार को अचानक मंडलीय अस्पताल पहुंच गए। वहां उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। परिसर व वार्डो में गंदगी देख वह भड़क गए। इस दौरान मरीजों को बाहर से दवा लिखने पर एक डाक्टर को चेतावनी दी। वहीं बंद पड़े अल्ट्रासाउंड और कार्डियो विभाग को चालू करने, रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया।
कमिश्नर दोपहर लगभग पौने दो बजे अचानक मंडलीय अस्पताल पहुंच गए। यहां सबसे पहले उन्होंने इमरजेंसी व ओपीडी की व्यवस्था देखी। इसके बाद वे दवा वितरण कक्ष की तरफ गए। यहां के बाद आयुक्त सर्जिकल और आर्थोवार्ड में गए। वहां पर एक मरीज के परिजन ने शिकायत की कि उसके मरीज को दवाएं बाहर से लिखी जा रही हैं। इस पर उन्होंने संबंधित डाक्टर को चेतावनी दी। कहा कि मरीजों को सभी दवाएं अस्पताल से ही मुहैया कराई जाए।
आयुक्त ने मेडिकल और महिला वार्ड में जाकर उपचार का हाल देखा और वहां गंदगी को देखकर उसको साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। उन्होंने अस्पताल की नई बिल्डिंग को भी जाकर देखा। अपर निदेशक डा.एके पांडेय और एसआइसी डा.कमल कुमार ने आयुक्त को बताया कि अस्पताल में डाक्टर और कर्मचारियों की काफी कमी है।
अस्पताल के समाने लगे जाम में फंसी आयुक्त की गाड़ी
मंडलीय अस्पताल और जिला महिला रोड पर दोपहर में काफी समय तक जाम लगा रहा। इसमें कमिश्नर और पुलिस के वाहन भी फंसे रहे। अस्पताल के सामने स्थित दुकानों के पास पार्किग की कोई व्यवस्था नहीं है। सड़कों के किनारे और पटरियों पर ही लोग खड़ा करते हैं। ये वाहन सड़क पर फैले रहते हैं। सोमवार को दोपहर में डेढ़ बजे तक सड़क किनारे खड़े वाहनों से सड़क पर जाम लग गया। इसी दौरान कमिश्नर और पुलिस की गाड़ियां गुजरीं, इनके भी वाहन जाम में फंसे रहे।