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बिजली महकमे की मेहरबानी से काली हुई नगर की रातें

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 09:06 PM (IST)Updated: Sun, 31 Aug 2014 09:06 PM (IST)
बिजली महकमे की मेहरबानी से काली हुई नगर की रातें

चुनार (मीरजापुर) : विद्युत विभाग और प्रदेश सरकार की जुगलबंदी के चलते नगर क्षेत्र के लोग काली रातें बिताने को मजबूर हैं। यहां लागू ग्रामीण क्षेत्र के रोस्टर के मुताबिक दोपहर 12 बजे से शाम के छह बजे तक मात्र छह घंटे की आपूर्ति के साथ ही महकमा अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ले रहा है और नगरवासी पूरी रात आंखों में काटने को मजबूर हैं। न तो पर्याप्त जलापूर्ति हो रही है और नहीं लोगों को सुख चैन मिल रहा है।

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हालात यह है कि परेशानी कोई सुनने वाला नहीं है। 18 घंटे की कटौती से लोग बिलबिला गए हैं। शुक्रवार को नगरवासियों ने बिजली की मांग को लेकर अभूतपूर्व बंदी भी की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अधिकारियों ने शासन से निर्धारित रोस्टर का रोना रोकर अपना पीछा छुड़ा लिया और यहां के लोग माथा पीटते रह गए। नगर क्षेत्र की एक मात्र समस्या वर्ष 2002 से चली आ रही है जो सुलझने की बजाए लगातार उलझती जा रही है। अधिकारी और बिजली महकमा अब तक उपभोक्ताओं को यह नहीं बता सका कि चुनार नगर पालिका क्षेत्र विद्युत वितरण के हिसाब से नगरीय है या ग्रामीण। यदि आपूर्ति ग्रामीण रोस्टर के हिसाब से है तो बिल नगर क्षेत्र का क्यों लिया जा रहा है। यदि बिल नगर क्षेत्र का है आपूर्ति ग्रामीण रोस्टर के मुताबिक क्यों की जा रही है। करीब दो वर्ष पूर्व तक विभागीय अधिकारियों का रोना था कि नगर के लिए अलग से फीडर की व्यवस्था न होने के चलते यहां ग्रामीण रोस्टर से आपूर्ति होती है। अब उस्मानपुर में नया नगर फीडर होने के बाद भी आपूर्ति ग्रामीण रोस्टर से क्यों है इस सवाल से सभी पल्ला झाड़ ले रहे हैं।


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