सड़ रही खाद, सो रहा कृषि महकमा
पटेहरा(मीरजापुर): स्थानीय गोदाम परिसर के बाहर कई बोरी फास्फो जिप्सम उर्वरक सड़ने की खबर जागरण में सोमवार के अंक में छपने के बाद भी कृषि विभाग के अधिकारियों की नींद नहीं टूटी। इसे लेकर किसानों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
खुले असमान के नीचे पड़े होने के बाद उर्वरक की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। यह खाद बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए यहां मंगाई गई थी लेकिन कृषि विभाग के अधिकारियों की उदासीनता की वजह से उर्वरक का उठान नहीं हो पाया।
वनकी गांव निवासी किसान सुखराज सिंह ने कहा कि समितियों पर खाद समय से नहीं भेजी गई। इसकी वजह से किसानों को उर्वरक नहीं मिल पायी। इस इलाके की जमीन बंजर है। खेती से खिलवाड़ किया जा रहा है। एक-एक बोरी उर्वरक के लिए मारा-मारी है। लगातार उर्वरक के भींगते रहने से उसकी गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। किसानों ने कहा कि उर्वरक का वितरण किसानों में किया जाय। इसके लिए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। किसानों ने कहा कि डीएम को पत्रक सौंपकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।