Move to Jagran APP

नहीं चला पायलट इंजन, तलब की रिपोर्ट

By Edited By: Published: Mon, 28 Jul 2014 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jul 2014 09:00 PM (IST)
नहीं चला पायलट इंजन, तलब की रिपोर्ट

मीरजापुर : गया रेलखंड पर एक पखवारा पहले जब राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी तो उस दौरान पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव सहित अन्य दलों के नेताओं ने राजधानी के आगे पायलट इंजन न चलाए जाने को लेकर सवाल खड़ा किया था। बात जब रेल संरक्षा की आती है तो तमाम रोड़े अटकाए जाते हैं। चुनार-चोपन रेलखंड पर ट्रेनों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने चुनार चोपन रेलखंड की सुरक्षा की रिपोर्ट तलब की है। दो वर्ष पहले प्रस्ताव बना था कि चुनार-चोपन रेल प्रखंड पर ट्रेनों के आगे अत्याधुनिक असलहे से लैस जवानों को इंजन पर तैनात कर आगे-आगे चलाया जाएगा।

loksabha election banner

यह प्रस्ताव जिलाधिकारी सोनभद्र, एसपी सोनभद्र एवं रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में बनाया गया था। इसके बाद भी प्रस्ताव पर अनुपालन नहीं हो सका। कई बार ट्रैक के साथ छेड़छाड़ की भी घटनाएं हो चुकी हैं। पेंडाल क्लिप गायब हो गई थी। इसके बाद भी अधिकारी स्तर पर सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। दुर्गम घाटी वाले नक्सल क्षेत्र का यह ट्रैक करीब 90 किलोमीटर लंबा है। रास्ते में आधा दर्जन स्टेशन हैं और दर्जनभर के करीब ट्रेनें गुजरती हैं।

रेलवे सूत्रों की मानें तो चुनार-चोपन रेल प्रखंड नक्सली गतिविधियों की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। ट्रैक पर दबाव न होने से और जंगल पहाड़ी होने की वजह से रेलवे ट्रैक के साथ छेड़ाछाड़ की घटनाएं ज्यादा होती रहती हैं। जब कहीं पर नक्सली घटना होती है तो रेलवे प्रशासन सुरक्षा को लेकर सतर्क हो जाता है। इसके बाद मामले को दबा दिया जाता है।

बोले डीआरएम

इस संबंध में डीआरएम वीके त्रिपाठी का कहना है कि पायलट इंजन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है वहां से सहमति मिलने पर ही काम शुरू होगा। सुरक्षा को लेकर रेल प्रशासन गंभीर है। ट्रैक पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अत्याधुनिक असलहे से लैस जवानों की तैनाती की गई है। सिविल पुलिस से भी सहयोग लिया जा रहा है।

फुट प्लेटिंग कर ली सतर्कता की जानकारी

उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद के वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक विजय कुमार ने सोमवार को कांकोर मालगाड़ी पर सवार होकर इलाहाबाद-मुगलसराय के बीच संरक्षा की जानकारी ली। दो यातायात निरीक्षकों संग निरीक्षण पर निकले वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक को मीरजापुर नहीं रूकना था लेकिन मालगाड़ी के के रूक जाने से उन्हें भी रूकना पड़ा। अकस्मात सीनियर डीसीएम के रूकने से स्थानीय रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। दौड़े भागे रेलवे कर्मी उनके पास पहुंच गए।

खड़ी रही मालगाड़ी

स्थानीय रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर मालगाड़ी सोमवार को सुबह से खड़ी रही। यात्री परेशान देखे गये। रेलवे की मनमानी को लेकर यात्रियों में आक्रोश देखा गया। यात्रियों ने कहा कि जब मन में आता है मालगाड़ी खड़ी कर दी जाती है। इसकी वजह से यात्रियों को दिक्कत हो रही है। उधर एसएस सुभाष सिंह का कहना है कि ट्रेन का परिचालन इलाहाबाद से होता है। उनके स्तर का मामला नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.