हवा में झूलता रहा रोप-वे के निर्माण का वादा
मीरजापुर : मैहर की तर्ज पर अष्टभुजा पहाड़ी त्रिकोण मार्ग प्रस्तावित रोप-वे के निर्माण में वन विभाग से एनओसी नहीं मिल रही है। शासनस्तर से कई बार पत्र भी लिखा गया लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ पा रही है। बगैर उनकी अनुमति के निर्माण संभव नहीं है। एक माह पहले आयुक्त बीके सिंह ने रोप वे निर्माण प्रगति की समीक्षा की थी उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से कहा है कि योजना में जल्दी लाई जाए।
जो भी अवरोध है उसे खत्म किया जाए। इसके बाद भी फाइल आगे नहीं बढ़ पाई। निर्माण का वादा हवा में झूल रहा है। लोकसभा चुनाव में लोग वोट मांगने जाने वाले नेताओं से सवाल कर रहे हैं। पूछ रहे हैं कब होगा निर्माण।
वर्ष के दोनों नवरात्र मेले में देश के कोने कोने से आने वाली लगभग 40-50 लाख दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए काली देवी, अष्टभुजा त्रिकोण पहाड़ी मार्ग को रोपवे से जोड़ने के लिए दो साल पहले योजना बनाकर भारत सरकार को भेजी गई थी। बाद में प्रदेश सरकार ने रोपवे निर्माण का जिम्मा लखनऊ की एक प्राइवेट कंपनी को सौंप दिया। आठ माह पहले कंपनी के अधिकारियों ने पहाड़ी पर आकर सर्वे भी किया था।
पहाड़ी वन क्षेत्र में आती है। इसलिए निर्माण से पहले वन विभाग की एनओसी जरूरी है। अनापत्ति प्रमाण पत्र यदि मिल जाए तो निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। पर्यटन विभाग के अधिकारियों में उत्साह भी देखा जा रहा है।
क्या मिलेगा लाभ
मां विंध्यवासिनी देवी की दर्शन पूजन करने के बाद आस्था से सराबोर देवीभक्त पैदल त्रिकोण करने काली देवी मंदिर दर्शन पूजन करने पहुंचते हैं वहां से कालीखोह की लगभग 270 सीढ़ी चढ़कर अष्टभुजा देवी दर्शन पूजन के लिए जाते हैं। पैदल त्रिकोण करने में बुजुर्गो को भारी दिक्कत होती है। महिलाएं भी नहीं चल पाती हैं। कई लोग तो चाहते हुए भी त्रिकोण परिक्रमा नहीं कर पाते हैं। पहाड़ी पर तो हर मौसम में लोग दर्शन पूजन व त्रिकोण करने आते हैं। रोप-वे लोगों को त्रिकोण करने में आसानी होगी।
लखनऊ भेजी गई है फाइल
सहायक पर्यटन अधिकारी बृजेश यादव ने बताया कि वन विभाग से एनओसी मांगी गई है। वहां से प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। फाइल लखनऊ भेजी गई है। कार्रवाई होनी से होनी है।
रोप-वे का निर्माण जरूरी
विंध्याचल निवासी महेश्वरपति त्रिपाठी का कहना है कि पहाड़ी पर रोप-वे का निर्माण जरूरी है। इससे पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। डा. राजेश मिश्र ने कहा कि बात तो कई वर्ष से चल रही है। बजट मिल जाए तो विकास होगा। विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष धर्मेंद्र पांडेय ने कहा कि विंध्याचल का विकास हो। लोकसभा चुनाव में वोट तो सभी दलों के लोग मांग रहे हैं। लेकिन चुनाव वाद वादा भूल जाते हैं।