राज्य वित्त आयोग के बजट से होगी हैंडपंपों का मरम्मत
मीरजापुर : राज्य वित्त आयोग के बजट से अब केवल हैंडपंपों की मरम्मत होगी। भीषण गर्मी के मद्देनजर शासन ने इस आशय का निर्देश जारी किया है। जिले में भीषण गर्मी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहरा गया है। पठारी इलाकों में भू-गर्भ जल स्तर 150 फीट नीचे चला गया है। कम क्षमता वाले हैंडपंपों ने पानी छोड़ दिया है। पानी को लेकर हाहाकार मचा है।
ग्राम पंचायतों में धन की कमी का रोना रोया जा रहा है। जिले में विभिन्न निधियों से कुल 23 हजार 500 हैंडपंप अधिस्थापित किये गये हैं। मानक तो 150 की आबादी पर एक हैंडपंप लगाने का है लेकिन जिले में वर्तमान में 100 की आबादी पर हैंडपंप लगा दिये गये हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 24.94 लाख पहुंच गई है। लालगंज, हलिया, पहाड़ी, पटेहरा, छानबे विकास खंडों में इस समय पानी का भीषण संकट उत्पन्न हो गया है। लोग दूर-दूर से पानी लाकर पी रहे हैं।
छानबे विकास खंड में ग्राम सभा अकोढ़ी में इस समय जल स्तर काफी नीचे खिसक गया है। गांव के लोग एक किमी दूर से पानी लाकर पी रहे हैं। प्रदूषित पानी के सेवन से संक्रामक बीमारी फैल रही है। पेयजल संकट के त्वरित समाधान के लिए राज्य वित्त आयोग के बजट से अब केवल हैंडपंपों के अधिस्थापन का आदेश दिया गया है। आयोग का आदेश है कि सभी बूथों पर हैंडपंप का मरम्मत करा दिया जाय जहां पर हैंडपंप नहीं लगे हैं वहां पर अधिस्थापन कराया जाय।
जिला पंचायत राज अधिकारी एके सिंह का कहना है कि खराब हैंडपंपों के मरम्मत का आदेश दिया गया है। आदेश का पालन न होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।