गाड़ी में टक्कर मारकर महिला ने मचाया लूट का शोर, समुदाय विशेष का हंगामा
महिला के शोर से उत्तेजित हुए संप्रदाय विशेष के युवकों ने कार सवार युवकों को घेरकर मारपीट कर दी, वे जैसे-तैसे जान बचाकर भागे।
मेरठ (जागरण संवाददाता)। मेरठ के बिजली बंबा बाईपास के पास कार सवार महिला ने एक अन्य कार में टक्कर मार दी। संतोष अस्पताल के पास स्कार्पियो सवार युवकों ने उसकी कार रुकवाई तो महिला ने हिंदू युवकों द्वारा हमला और लूट के प्रयास का शोर मचा दिया। इससे उत्तेजित हुए संप्रदाय विशेष के युवकों ने कार सवार युवकों को घेरकर मारपीट कर दी। वे जैसे-तैसे जान बचाकर भागे।
भीड़ ने कई बेकसूर लोगों से भी मारपीट की और मीडियाकर्मियों पर भी हमला बोला। दो सीओ समेत कई थानों की पुलिस ने हालात काबू किये। पुलिस की मौजूदगी में भी मारपीट करने वाले दबंगई दिखाते रहे। लिसाड़ी गेट के विकासपुरी निवासी नसरीन की भोजपुर में जमीन है। नसरीन बुधवार रात को फार्म हाउस से अपनी कार से मेरठ लौट रही थीं।
बिजली बंबा बाईपास के पास उन्होंने अन्य कार में टक्कर मार दी और गाड़ी लेकर भाग निकलीं। युवकों ने पीछा करते हुए संतोष अस्पताल के पास ओवरटेक करके नसरीन की गाड़ी रुकवा ली और ठीक से ड्राइविंग करने की नसीहत दी।
इस पर नसरीन ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर हापुड़ रोड पर मौजूद संप्रदाय विशेष के युवक वहां पहुंचे तो नसरीन ने उन्हें बरगला दिया कि हिंदू युवक उसे परेशान कर रहे थे। महिला ने पैसे दिखाते हुए कहा कि वे उसे लूटना भी चाहते थे। इस पर भीड़ ने शोर मचाते हुए कार सवार युवकों से मारपीट करते हुए उन्हें दौड़ा लिया। युवक गाड़ी छोड़कर जान बचाकर भाग निकले। इसके बाद भीड़ ने कई अन्य बेकसूर युवकों से भी मारपीट कर दी। कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों पर भी हमला बोल दिया और कई वाहन चालकों को पकड़ लिया। खरखौदा पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
तमाशबीन बने एसओ, सीओ ने संभाले हालात: शहर में कई बार लापरवाही के चलते बवाल होते-होते बचा है। इस घटना में भी भीड़ ने जब मीडियाकर्मियों और बेकसूर दूसरे युवकों पर हमला बोला तो एसओ लिसाड़ी गेट धर्मेद्र सिंह तमाशबीन बने खड़े रहे। गनीमत रही कि सीओ ब्रह्मपुरी धर्मेद्र चौहान और सीओ सिविल लाइन रितेश कुमार समेत कई थानों की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को खदेड़ा। अगर फोर्स कुछ देर और नहीं पहुंचती तो बड़ा बवाल हो सकता था।
सीमा विवाद में उलझी रही लिसाड़ी गेट पुलिस: एक तरफ बवाल के हालात बन रहे थे और दूसरी तरफ एसओ लिसाड़ी गेट धर्मेद्र सिंह सीमा विवाद में उलझे रहे। वे घटना को खरखौदा थानाक्षेत्र का बताते हुए टालमटोल करते रहे। यहां तक कि जिन आरोपियों ने मारपीट की, उनको भी लिसाड़ी गेट पुलिस ने छोड़ दिया।
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महिला पर दर्ज हैं हत्या समेत कई मुकदमे: बवाल का सबब बनी नसरीन पर हत्या, जानलेवा हमले समेत कोर्ट में तोड़फोड़ के मुकदमे तक दर्ज हैं। इसके बावजूद पुलिस उसकी बात को सुनती रही।
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