चार गुना लालच देकर करोड़ों की ठगी, दो आरोपित गिरफ्तार
ज्वाइन वेब क्लिक की वेबसाइट बनाकर पोंजी स्कीम का लालच देकर करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 10:46 AM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 10:46 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। ज्वाइन वेब क्लिक की वेबसाइट बनाकर पोंजी स्कीम का लालच देकर करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। फरार दो आरोपितों की तलाश की जा रही है।
पौंजी स्कीम के जरिए लालच दिया
पल्लवपुरम थाने में नीरज धामा निवासी फ्लैट नंबर एक इंद्रप्रस्थ स्टेट सेखरी आवास फेस वन रुड़की रोड ने मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि आरोपित प्रवीण तोमर व अनिरुद्ध तोमर निवासीगण न्यू मार्केट प्लाजा गुरुग्राम के अलावा कंपनी के डायरेक्टर मोहन लाकड़ा और नरेंद्र जांगड़ा द्वारा 2016 में ज्वाइन वेब क्लिक कंपनी बनाई थी,जिसकी वेबसाइट बनाकर पौंजी स्कीम का सॉफ्टवेयर तैयार कराकर कंपनी ज्वाइन कराने व आइडी लगाने पर लाखों कमाने का लालच दिया गया। आरोपित प्रवीण तोमर व अनिरुद्ध तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस तरह की करोड़ो की ठगी
उसमें रकम लगाकर एक वर्ष में चार गुना रकम होने का लालच दिया गया। पीड़ित झांसे में आ गया और उसने खुद के अलावा अपने साथियों द्वारा 42 आइडी 79 लाख रुपये की खुलवाई। कंपनी द्वारा बताया गया कि वह खाते में कोई धनराशि नहीं लेते हैं। वह बिटकाईन में व्यवसाय करती है। आइडी के नीचे बाइनरी बनाकर आइडी और लगाने पर बाइनरी के रूप में एक साल में चार गुना व 24 माह तक धनराशि वापस करने का लालच दिया। इस तरह करोड़ों की ठगी कर ली गई।
पौंजी स्कीम के जरिए लालच दिया
पल्लवपुरम थाने में नीरज धामा निवासी फ्लैट नंबर एक इंद्रप्रस्थ स्टेट सेखरी आवास फेस वन रुड़की रोड ने मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि आरोपित प्रवीण तोमर व अनिरुद्ध तोमर निवासीगण न्यू मार्केट प्लाजा गुरुग्राम के अलावा कंपनी के डायरेक्टर मोहन लाकड़ा और नरेंद्र जांगड़ा द्वारा 2016 में ज्वाइन वेब क्लिक कंपनी बनाई थी,जिसकी वेबसाइट बनाकर पौंजी स्कीम का सॉफ्टवेयर तैयार कराकर कंपनी ज्वाइन कराने व आइडी लगाने पर लाखों कमाने का लालच दिया गया। आरोपित प्रवीण तोमर व अनिरुद्ध तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस तरह की करोड़ो की ठगी
उसमें रकम लगाकर एक वर्ष में चार गुना रकम होने का लालच दिया गया। पीड़ित झांसे में आ गया और उसने खुद के अलावा अपने साथियों द्वारा 42 आइडी 79 लाख रुपये की खुलवाई। कंपनी द्वारा बताया गया कि वह खाते में कोई धनराशि नहीं लेते हैं। वह बिटकाईन में व्यवसाय करती है। आइडी के नीचे बाइनरी बनाकर आइडी और लगाने पर बाइनरी के रूप में एक साल में चार गुना व 24 माह तक धनराशि वापस करने का लालच दिया। इस तरह करोड़ों की ठगी कर ली गई।
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