स्वाइन फ्लू का खतरा नहीं हुआ कम, सामने आए दो और नए केस
मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब ने मंगलवार को भी स्वाइन फ्लू के दो मरीजों की पुष्टि की। प्रदेश में सर्वाधिक 35 मरीज वाले मेरठ पर निदेशालय ने सर्विलांस तेज किया है।
By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 12:21 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 12:21 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी लैब ने मंगलवार को भी स्वाइन फ्लू के दो मरीजों की पुष्टि की। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि लैब ने अब तक 35 मरीजों में एच1एन1 वायरस पकड़ा है, जो प्रदेश में सर्वाधिक है। प्रदेश का संचारी रोग निदेशालय ने भी मेरठ का सर्विलांस तेज किया है।
दो नए केस आए सामने
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि मंगलवार को जारी जांच रिपोर्ट में कासमपुर की 11 साल की बच्ची और राय गांव मुजफ्फरनगर के 18 साल के बालक में एच1एन1 का संक्रमण बताया गया है। गत दिनों कासमपुर की बच्ची के पिता को भी स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया था। एक मरीज मेडिकल कालेज की ओपीडी से, जबकि दूसरा अप्स नोवा अस्पताल से आया था।
निदेशालय ने सर्विलांस किया तेज
उधर, प्रदेश में सर्वाधिक 35 मरीज वाले मेरठ पर निदेशालय ने सर्विलांस तेज किया है। डा. राजकुमार ने बताया कि फ्लू सामान्य बीमारी है, जिसमें मौत दर बेहद कम है। किंतु वक्त रहते इसकी जांच और इलाज लेना जरूरी है। इसके मरीज को अलग कमरे में रखना चाहिए।
दो नए केस आए सामने
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि मंगलवार को जारी जांच रिपोर्ट में कासमपुर की 11 साल की बच्ची और राय गांव मुजफ्फरनगर के 18 साल के बालक में एच1एन1 का संक्रमण बताया गया है। गत दिनों कासमपुर की बच्ची के पिता को भी स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया था। एक मरीज मेडिकल कालेज की ओपीडी से, जबकि दूसरा अप्स नोवा अस्पताल से आया था।
निदेशालय ने सर्विलांस किया तेज
उधर, प्रदेश में सर्वाधिक 35 मरीज वाले मेरठ पर निदेशालय ने सर्विलांस तेज किया है। डा. राजकुमार ने बताया कि फ्लू सामान्य बीमारी है, जिसमें मौत दर बेहद कम है। किंतु वक्त रहते इसकी जांच और इलाज लेना जरूरी है। इसके मरीज को अलग कमरे में रखना चाहिए।
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