एथलीट ही नहीं मिले, किसके साथ खेलते
मेरठ : नार्थ जोन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन की कलई खुल गई। आधी अधूरी
मेरठ : नार्थ जोन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन की कलई खुल गई। आधी अधूरी तैयारियों के साथ आयोजित कई स्पर्धा में दर्जनों प्रतियोगिताओं को खिलाड़ी ही नहीं मिले। आखिर दर्जनों इवेंट को निरस्त करना पड़ा, जिसमें भाग लेने दूर-दराज से आए एथलीटों को मायूस होकर लौटना पड़ा।
एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया के कैलेंडर में नार्थ जोन चैंपियनशिप बड़ा टूर्नामेंट माना जाता है। इसे गत वर्ष अक्टूबर में आयोजित होना था, किंतु पांच माह बाद मेरठ को मेजबानी मिली। आफ सीजन एवं परीक्षा में व्यस्त होने की वजह से तमाम एथलीट स्पर्धा में नहीं पहुंचे। जिन स्पर्धाओं में तीन से कम प्रतिभागी रहे, उसे कैंसिल करना पड़ा। प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित स्पर्धा के लिए तैयारियां भी पूरी नहीं की गई थी। तमाम इक्विपमेंट्स को खेल के दौरान मंगाना पड़ा। अंडर-20 गर्ल्स ग्रुप में ट्रिपल जंप, हाई जंप, पोल वाल्ट, शाट पुट, डिस्कस, जेवलिन, 4 गुणा 100 मीटर रिले, हेप्टाथलान, 100 मीटर बाधा दौड़, 2000 मीटर स्टीपल चेज, लंबी कूद एवं 10 किमी रेस का आयोजन ही नहीं हुआ। अंडर-18 गर्ल्स में हाई जंप, पोल वाल्ट, डिस्कस, जेवलिन, हेप्टाथलान एवं पांच किमी रेस नहीं हुई। अंडर-14 गर्ल्स में 600 मीटर दौड़ एवं ट्राइथलान नहीं हुई। बालक वर्ग-16 में हैमर, मेडले, पेंटाथलान एवं हाईजंप के इवेंट नहीं हुए। तमाम वर्ग में 400 मीटर दौड़ भी नहीं कराई जा सकी।
इन्होंने कहा
मैं दिल्ली से दो दिन पहले मेरठ में लांग जंप में नया मीट रिकार्ड बनाने आई थी, किंतु इवेंट ही कैंसल कर दिया गया। मेरी तैयारियों पर पानी फिर गया।
- अंजली शर्मा, लांग जंपर, दिल्ली
मैं पोल वाल्ट में पांच मीटर पार करने के लक्ष्य से मेरठ आया था। किंतु मुझे मैदान में उतरने का मौका नहीं मिला। इससे जूनियर इंडिया कैंप एवं आगे सैफ खेलों में पदक जीतने की तैयारियों को झटका लगा है।
- कुंवर ज्ञानेंद्र, पोल वाल्टर, इलाहाबाद।