मेरठ की मीट फैक्ट्री में तोड़फोड़, संचालकों की जमकर धुनाई
फैक्ट्री के बाहर खड़ी बाइकों में और अंदर तोड़फोड़ की गई और मौके पर पहुंचे हिन्दू संगठन के राहुल ठाकुर को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
मेरठ (जागरण संवाददाता)। गढ़ रोड स्थित जयभीम नगर में मुर्गी फार्म के पास शनिवार रात को बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मीट फैक्ट्री पकड़ी और मौके से मिले दो युवकों को जमकर पीटा। फैक्ट्री के बाहर खड़ी बाइकों में और अंदर तोड़फोड़ की। मौके पर पहुंचे हिन्दू संगठन के राहुल ठाकुर को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बजरंग दल का कहना है कि मीट फैक्ट्री के मालिक राहुल ठाकुर और पिटने के बाद भागे दो युवकों की है। मौका पाकर अंधेरे में राहुल भी भाग गया। मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने हंगामा शांत कराया। फैक्ट्री के दो कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
भावनपुर क्षेत्र गांव छिलौरा निवासी अजरुन राठी बजरंग दल में महानगर संयोजक हैं। अजरुन को सूचना मिली कि जयभीम नगर में मीट फैक्ट्री संचालित हो रही है। अजरुन ने यह जानकारी बजरंग दल के वरिष्ठ पदाधिकारी बलराज डूंगर को दी, जिस पर बलराज डूंगर के साथ एक दर्जन कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। फैक्ट्री के ऑफिस में बैठे जागृति विहार निवासी अजय राघव और अनुज चौधरी को धर दबोचा, जिनको कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीटा। वहां खड़ी कई बाइकों और फैक्ट्री के अंदर तोड़फोड़ की।
अजय व अनुज किसी तरह छूटकर भाग गए। फैक्ट्री के कर्मचारी जागृति विहार निवासी पंकज और जगन शर्मा को भी पीटा। इसी बीच हिन्दू संगठन से जुड़ा जागृति विहार निवासी राहुल ठाकुर भी पहुंच गया, जिसके आने का कारण बलराज डूंगर ने पूछा। राहुल ने कहा कि किसी मीडियाकर्मी ने उसे जानकारी दी है। इस पर बलराज ने राहुल का फोन छीना और उसको देखा तो मोबाइल में फैक्ट्री मालिक अजय राघव व अनुज चौधरी की 10-10 मिसकॉल थीं, जिसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राहुल ठाकुर समेत अजय और अनुज को फैक्ट्री संचालक बताते हुए दौड़ाकर पीटा।
शोर-शराबे पर क्षेत्र के लोग जमा हो गए। इसी दौरान हसनुपर चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार भी पहुंच गए। पिटाई के बाद राहुल मौके से भाग गया। पुलिस ने फैक्ट्री के दोनों कर्मचारियों को हिरासत में थाने पहुंचाया। वहीं राहुल का मोबाइल भी भावनपुर पुलिस को सौंप दिया। इस प्रकरण में राहुल ठाकुर का कहना है कि आरोप बेबुनियाद हैं।
राहुल बताता था फैक्ट्री में बनते हैं बल्ले: क्षेत्रवासियों ने पुलिस को बताया कि राहुल ठाकुर, अजय राघव और अनुज चौधरी हर रोज फैक्ट्री में आते थे और घंटों बैठकर मीट खाकर और शराब पीकर जाते थे। पूछने पर तीनों बताते थे कि फैक्ट्री में बल्ले बनते हैं। किसी को अंदर भी जाने नहीं देते थे। कभी-कभी युवतियों को भी फैक्ट्री के अंदर गाड़ियों से लाते थे।
फैक्ट्री में भरा था 40 कुंतल मीट: फैक्ट्री में बड़े-बड़े फ्रीजर थे, जिनमें करीब 40 कुंतल मीट भरा हुआ था। पुलिस ने पशु चिकित्सक को बुलाकर मीट की सैंपलिंग के लिए भरवाया। फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री अपने कब्जे में ली है और मीट को दबाने की तैयारी की जा रही है।
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पर्यावरण विभाग को किया गया सूचित: सीओ सदर देहात यूएन मिश्र का कहना है कि फैक्ट्री के बाहर कोई बोर्ड नहीं है, अंदर हड्डी, मांस और खाल पड़ी थी और तेज बदबू आ रही थी। पर्यावरण विभाग को सूचना दे दी गई है। पूछताछ में फैक्ट्री अजय राघव, राहुल ठाकुर और अनुज चौधरी के नाम प्रकाश में आए हैं। मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सैंपलिंग को मीट भरवा दिया गया है और दो लोग हिरासत में हैं।
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