Move to Jagran APP

जेल के उपद्रव में पिटाई से घायल बंदी की मौत

By Edited By: Published: Fri, 20 Apr 2012 02:42 AM (IST)Updated: Fri, 20 Apr 2012 02:42 AM (IST)
जेल के उपद्रव में पिटाई से घायल बंदी की मौत

मेरठ : यहां की जेल में बुधवार को हुए उपद्रव के बाद पुलिस की पिटाई से घायल बंदी की उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक को गुरुवार रात गंभीर हालत के चलते आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत की सूचना मिलने पर पहुंचे परिजनों ने मोर्चरी पर जमकर हंगामा किया और पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया। हंगामे के चलते मोर्चरी पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई। उधर, जेल का माहौल बेहद गरम बना है और पुलिस एक्शन के खिलाफ भीतर ही भीतर चिंगारी सुलग रही है। शासन के निर्देश पर एडीजी जेल शाम को जांच के लिए मेरठ पहुंच गए।

loksabha election banner

आनंद अस्पताल में दम तोड़ने वाले बंदी का नाम मेहरूद्दीन था और वह इंचौली थाना क्षेत्र के नंगला शेखू गांव का रहने वाला था। गैंगस्टर, लूट समेत अन्य कई मामलों में मेरठ जेल में बंद था। बुधवार सुबह जेल में हुए संघर्ष के दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे मेडिकल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। यहां उसे दो बार खून की उल्टी होने के बाद आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन सिर, लीवर, छाती और शरीर के ज्यादातर सभी अंगों पर लगी गंभीर चोट के कारण स्थिति में सुधार नहीं हुआ। गुरुवार दोपहर 3.12 बजे उपचार के दौरान मेहरूद्दीन की मौत हो गई। एसपी सिटी ओमप्रकाश, सीओ सिविल लाइन राहुल मिठास पुलिस टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों को जब इस बारे में जानकारी हुई तो वे मोर्चरी पहुंच गए और पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस टीम के साथ मोर्चरी पर पीएसी भी तैनात की गई। रात में ही पोस्टमार्टम कराया गया।

दूसरी तरफ इस घटना के बाद से जिला कारागार का माहौल बेहद गरम बना हुआ है। उपद्रव के बाद पुलिस और जेल के नंबरदारों के हाथों बुरी तरह पिटे बंदियों में भारी आक्रोश फैला हुआ है। आक्रोश की झलक पेशी पर भेजी गए बंदियों के हंगामे से भी प्रदर्शित हुई। जेल अस्पताल घायल बंदियों से भरा है।

एडीजी जेल पहुंचे मेरठ

एडीजी जेल एमएल प्रकाश बुधवार को हुए उपद्रव की जांच के लिए गुरुवार शाम को यहां पहुंच गए। उन्होंने पहले जेल अफसरों से बातचीत की और फिर घायल बंदियों से भी मिले। देर रात तक वह जांच पड़ताल में जुटे रहे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.