हैकर्स के चंगुल में आरटीओ की वेबसाइट!
मेरठ : हैकर्स अब सरकारी वेबसाइटों को अपना निशाना बना रहे हैं। शुक्रवार को आरटीओ की वेबसाइट सारथी को
मेरठ : हैकर्स अब सरकारी वेबसाइटों को अपना निशाना बना रहे हैं। शुक्रवार को आरटीओ की वेबसाइट सारथी को जब लोगों ने खोला तो क्रेडिट कार्ड, पासवर्ड जैसी अहम जानकारी चोरी होने की सूचना से लोगों के हाथ पांव फूल गए। शुक्रवार को विभाग की वेबसाइट पर हैकर्स की नजर होने की जानकारी मिलते ही दर्जनों आवेदक लाइसेंस बनवाने व फीस जमा करने के लिए आरटीओ कार्यालय जा पहुंचे। स्टाफ कम होने से आवेदकों की लंबी कतार लग गई। कार्यालय में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना है।
रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस प्रक्रिया से जुड़े कार्यालयों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए आनलाइन प्रक्रिया आरंभ की गई है। आरटीओ, वाणिज्य कर समेत कई विभागों में अब आवेदन करने से लेकर फीस जमा करने जैसे कार्य आनलाइन किए जा रहे हैं। आए दिन निजी वेबसाइट के हैक होने और लोगों के क्रेडिट कार्ड का दुरुपयोग करने के मामले सामने आते हैं। अब अगर सरकारी वेबसाइट भी हैक होंगी तो आम आदमी कैसे आनलाइन व्यवस्था पर विश्वास करेगा।
आरटीओ में लाइसेंस के आवेदन के लिए सारथी डाट एनआइसी डाट इन वेबसाइट है। शुक्रवार को आनलाइन आवेदन के लिए लोगों ने वेबसाइट खोली तो उस पर लिखा मैसेज देखकर उनके होश उड़ गए। मैसेज में लिखा था कि अटैकर्स आपकी सूचनाएं चोरी कर सकते हैं जैसे पासवर्ड, मैसेज और क्रेडिट कार्ड। बतातें चलें आनलाइन पेमेंट आवेदक क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ही करता है। ऐसे में पासवर्ड आदि चोरी की सूचना से उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। काफी संख्या में लोग एआरटीओ कार्यालय पहुंचे और हंगामा करने लगे। आनलाइन फीस को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान में आरटीओ कार्यालय में लर्निग लाइसेंस की फीस जमा करने का कांउटर बंद कर दिया गया है। फीस जमा कराने की मांग को लेकर लोगों ने हंगामा किया। काफी देर बात काउंटरों पर फीस जमा कराने की व्यवस्था की गई। एआरटीओ रंजीत सिंह ने बताया कि दिल्ली स्थित एनआइसी के कंट्रोल रूम से वेबसाइट में कुछ दिक्कत है। उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।
आइटी विशेषज्ञ सौरभ का कहना इस प्रकार की वेबसाइट मोजिला एक्सप्लोरर पर खोलनी चाहिए, इससे चोरी की संभावना कम होती है। क्रेडिट कार्ड का नंबर और पासवर्ड डालते समय सेव के आप्शन पर क्लिक नहीं करना चाहिए।