पहले इनर ¨रग रोड बाकी सब उसके बाद
संकल्प रघुवंशी, मेरठ मेरठ में इनर ¨रग रोड के निर्माण के बिना विकास कराना बेहद मुश्किल है। मेरठ मे
संकल्प रघुवंशी, मेरठ
मेरठ में इनर ¨रग रोड के निर्माण के बिना विकास कराना बेहद मुश्किल है। मेरठ में प्रस्तावित मेट्रो, रैपिड रेल, बस अड्डे व न्यू टीपीनगर शिफ्टिंग, एक्सप्रेस-वे, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर आदि तमाम प्रोजेक्ट पर काम तब तक शुरू नहीं हो सकता, जब तक इनर ¨रग रोड पर काम न हो। एमडीए ने शासन को भेजी रिपोर्ट में रोड के निर्माण की सख्त जरूरत बताते हुए पीडब्लूडी से निर्माण कराने का प्रस्ताव भेजा है।
दो फेज में बननी है इनर ¨रग रोड
इनर ¨रग रोड की कुल लंबाई 34 किमी. है। इसका दो फेज में निर्माण होना है। हापुड़ बाईपास या इससे आगे इस रोड को चौड़ा करने के लिए रजवाहे को पाटने की बात थी, जिसमें सिंचाई विभाग ने अड़ंगा लगा दिया। शासन को भेजी रिपोर्ट में सिंचाई विभाग ने रजवाहे को पाटने की अनुमति से इंकार कर दिया। अब दूसरी तरफ जमीन लेकर रोड बनाई जानी है। गढ़ रोड से हापुड़ रोड तक सड़क बन गई है। किसानों के विरोध के चलते बीच में कुछ भाग नहीं बना है, जिससे ये लिंक नहीं हो पाई है। अब हापुड़ रोड से जुर्रानपुर फाटक पर इसे कनेक्ट किया जाना है। फाटक के पास दिल्ली रोड पर पांच सौ मीटर आगे ये रोड निकलेगी। दैनिक जागरण चौराहे से मोहकमपुर रजवाहे के दोनों ओर रजवाहे को मिलाकर 45 मीटर चौड़ी रोड बनानी प्रस्तावित है। हापुड़ रोड पर बिजली बंबा बाइपास से एनएच-58 हाइवे तक का यह हिस्सा 12 किमी. लंबा है। इस पर लगभग दो सौ करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
पहले फेज में 6.25 किमी. सड़क है गायब
पहले फेज के अंतर्गत 16 किमी. सड़क बननी है। हाउसिंग बोर्ड ने 2.20 व एमडीए ने 1.90 किमी. मार्ग का अधिग्रहण किया है। जबकि 6.25 किमी. लंबा मार्ग अभी तक धरातल पर नहीं है। इसमें हापुड़ रोड से जुर्रानपुर फाटक से होते हुए बांके बिहारी कॉलेज के पास इनर ¨रग रोड निकलेगी। ये मार्ग 3.5 किमी. है, जबकि मोहकमपुर रेलवे क्रासिंग से एनएच-58 पर रोड मिलेगी। ये दूरी 2.75 किमी. है। जबकि बिजली बंबा बाइपास का 5.25 किमी. हिस्सा, ¨रग रोड में शामिल किया गया है। वहीं दूसरे फेज में 18 किमी. मार्ग का निर्माण होना है।
दस मुख्य मार्ग जुड़ेंगे
गोलाकार बनने वाली इनर ¨रग रोड से दस मुख्य मार्ग जोड़े जाएंगे। इसमें मुजफ्फरनगर रोड, बिजनौर रोड, किला-परीक्षितगढ़ रोड, गढ़मुक्तेश्वर रोड, हापुड़ रोड, दिल्ली रोड, बागपत रोड, भोला-सतवई रोड, बड़ौत रोड व करनाल रोड को जोड़ा जाएगा। इसमें तीन नेशनल हाइवे, तीन स्टेट हाइवे, एक मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड व दो अदर डिस्ट्रिक्ट रोड शामिल हैं।
इनका कहना है..
इनर ¨रग रोड का निर्माण प्राधिकरण की प्राथमिकता में है। बिना इसका निर्माण हुए मेरठ के विकास की कल्पना भी मुश्किल है। पीडब्लूडी इस मार्ग का निर्माण कराए, इसकी सिफारिश शासन से की गयी है। मंत्री सुरेश पासी को पूरा प्रोजेक्ट बताया गया है। इसका ब्यौरा भी भेजा गया है।
-योगेंद्र यादव, उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण।
शहर में यातायात दबाव लगातार बढ़ रहा है। इनर ¨रग रोड बनने से बाहरी जनपदों से आने वाला यातायात शहर में प्रवेश नहीं करेगा। जनपद के लोग भी अनावश्यक शहर में नहीं जाएंगे। मेट्रो, रैपिड रेल, बस अड्डे व न्यू टीपीनगर शिफ्टिंग, एक्सप्रेस-वे, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर से पहले इसका निर्माण जरूरी है। शहर की सबसे बड़ी जरूरी इनर ¨रग रोड है।
विवेक भास्कर, नोडल ऑफिसर स्पेशल प्रोजेक्टस एमडीए।