अप्रैल माह में वर्षों बाद सबसे गर्म रात
मेरठ : पछुआ हवाओं ने शुक्रवार को लगातार बढ़ रहे गर्मी के तेवरों पर काबू करने का प्रयास किया। बावजूद
मेरठ : पछुआ हवाओं ने शुक्रवार को लगातार बढ़ रहे गर्मी के तेवरों पर काबू करने का प्रयास किया। बावजूद इसके, तपिश की तल्खी बरकरार रही। वहीं गुरुवार रात अप्रैल माह में गत कई वर्षो में सबसे गरम रही। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटों में बादल छाए रहने और बूंदाबांदी के आसार जताए हैं।
जम्मू-कश्मीर में कम तीव्रता का पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हुआ है। शुक्रवार को दिल्ली और मेरठ में इसका प्रभाव नजर आया। सुबह से ही पर्वतीय क्षेत्रों से हल्की ठंडी की चादर ओढ़ कर बही हवाओं ने सूरज की तपिश को काबू में करने का प्रयास किया। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, सूरज के तेवर और तल्ख होते गए। चार से छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवाएं चलीं बावजूद गर्मी जोरों पर रही। गर्मी ने बाहर निकले लोगों को हाल बेहाल कर दिया। वहीं गुरुवार की रात तापमान में 4.2 की डिग्री बढ़ोत्तरी हुई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले सात सालों में अप्रैल माह में पहली बार ऐसा मौका है, जब न्यूनतम तापमान इतना अधिक हुआ है।
अधिकतम पारा 3.4 डिग्री गिरकर 39 पर और न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री बढ़ कर 25.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर शनिवार को भी रहने के आसार हैं।