संभलकर चलें, बडे़ गड़्ढे हैं इस राह में..
मेरठ : काफी समय से उपेक्षा की शिकार टूटी, फूटी सड़कें अचानक चर्चा में आ गईं। चार दिन पूर्व प्रदेश के
मेरठ : काफी समय से उपेक्षा की शिकार टूटी, फूटी सड़कें अचानक चर्चा में आ गईं। चार दिन पूर्व प्रदेश के नए मुख्यमंत्री ने सड़कों को हर हाल में 15 जून तक गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद संबंधित विभागों में हलचल तेज हुई। सालों से गड्ढों की शिकार शहर, देहात की सड़कों का अभी ब्यौरा तैयार हो रहा है। उधर, लखनऊ के तेवर तल्ख होने से अब अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए बजट न होना, मरम्मत के बाद सड़क फिर से टूट जाना आदि बहाने भी तैयार करने में जुटे हैं।
समय पर मरम्मत नहीं होने से मामूली क्षतिग्रस्त हुई सड़क पर बडे़ गडढे बन गए। जिससे शहर का ट्रैफिक तो बाधित हुआ ही, यात्री भी दुर्घटना का शिकार हुए। अब सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने 15 जून तक सभी सड़कों को गडढा मुक्त करने के सख्त निर्देश दिए। जिसके बाद संबंधित विभाग नींद से जागे। सबसे अधिक घबराहट का माहौल लोक निर्माण विभाग के अफसरों में बना। अधिकारियों ने तमाम सड़कों का ब्यौरा तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है। रिकार्ड तैयार करने के बाद बजट आवंटन के लिए भेजा जाएगा।
अनदेखी से बिगड़ी सड़कों की सेहत
शहर की दिल्ली रोड, बागपत रोड, गढ़ रोड, किला परीक्षितगढ़ रोड, जेल चुंगी से तेज गढ़ी चौराहा रोड आदि पीडब्ल्यूडी के जिम्मे है। जबकि अन्य मुख्य रोड की देखरेख की जिम्मेदारी नगर निगम की है। लेकिन लगातार अनदेखी होने से सड़कों की सेहत बेहद खराब होती गई। दिल्ली रोड पर मेवला ओवरब्रिज पर बने बडे़ गडढे कई माह से विभागीय लापरवाही की पोल खोल रहे हैं।
देहात में भी बदहाल हैं सड़कें
शहर के साथ देहात क्षेत्र की सड़कों की स्थिति भी ज्यादा अच्छी नहीं है। लोक निर्माण विभाग के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के साथ गन्ना समिति, मंडी समिति के जिम्मे भी है। लेकिन सड़क के निर्माण के समय ही घटिया समाग्री का प्रयोग होना और देखरेख नहीं होने से सड़क चलने योग्य नहीं रही। कई बार ग्रामीण सड़क की मरम्मत के लिए अधिकारियों का घेराव कर हंगामा भी कर चुके हैं।
मेल से मांगी सड़कों की जानकारी
योगी की घोषणा पर अधिकारी भी सड़कों को लेकर अचानक संवेदनशील हो गए। रविवार की देर शाम लोक निर्माण विभाग के पास लखनऊ से जारी मेल द्वारा सड़कों की स्थिति के बारे में तमाम जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए गए। जिसमें स्टेट हाईवे से लेकर देहात क्षेत्र की सभी सड़कें शामिल हैं। मेल मिलने के बाद सोमवार को अधिकारी सड़कों की स्थिति का रिकार्ड तैयार करने में जुटे रहे।
सड़कों की स्थिति
पीडब्ल्यू की रोड संख्या - 730
सड़क की लंबाई - 1500 किमी
नगर निगम की रोड (रास्ते) - 3000 से अधिक
देहात क्षेत्र में सड़क - 2 हजार
इन्होंने कहा..
लखनऊ से मांगी गई जानकारी के आधार पर स्टेट हाईवे, जिला स्तरीय सड़क, मुख्य सड़क और देहात क्षेत्र की सड़कों का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। शीघ्र ही सड़कों को गडढा मुक्त करने के लिए अभियान शुरू होगा।
- एसपी सिंह, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी।