बंद बर्फखाने में चलता मिला कमेला
खरखौदा (मेरठ) : गौकशी का विरोध करने वाले एक व्यक्ति द्वारा डीजीपी कार्यालय में की गई शिकायत के बाद
खरखौदा (मेरठ) : गौकशी का विरोध करने वाले एक व्यक्ति द्वारा डीजीपी कार्यालय में की गई शिकायत के बाद खरखौदा पुलिस ने जलालपुर गांव के जंगल में बंद पड़े बर्फखाने में कमेला चलते हुए पाया। पशु चिकित्सक ने सैंपल लेकर उसे मथुरा लैब भेज दिया। बरामद मांस को जमीन में दफन कर दिया गया।
राहुल ठाकुर ने जलालपुर गांव के जंगल में कमेला चलने की शिकायत की थी। डीजीपी कार्यालय से आदेश आते ही खरखौदा पुलिस ने मंगलवार दोपहर करीब दो बजे बर्फखाने पर छापा मारा। वहां भारी मात्रा में मीट के टुकड़े धूप में सूख रहे थे। आरोपी पहले से ही फरार हो गए थे। पशु चिकित्सक संजय चतुर्वेदी ने प्रथम दृष्टि मांस गौवंश का होने की पुष्टि करते हुए सैंपल भरकर मथुरा लैब भेज दिए। पुलिस का कहना है कि बर्फ खाने में गौकशी करने के बाद मांस को बाहर बेचा जाता था। मांस के अवशेषों को को पानी में धोकर धूप में सुखाने के बाद उनकी पापड़ी बनायी जाती थी। पुलिस ने जेसीबी से मीट व अवशेषों को जमीन में दबवा दिया।
चाइनीज खाने में प्रयोग होते थे अवशेष
पुलिस ने बताया कि मीट के अवशेषों को एनसीआर में चाइनीज खाने के स्टालों पर नानवेज चाउमीन, मोमोज जैसे अन्य प्रोडक्ट में प्रयोग किया जाता था।
जुगाड़ जोड़कर चल रहा बूचड़खाना
गौवंश का कटान व उसके मांस का धंधा करने वाला गिरोह बहुत ही शातिर है। पुलिस ने बर्फखाने को सील कर दिया है। पुलिस को यहां एक कैंटर भी मिला। जिसको अलग-अलग भागों में विभाजित किया हुआ है। उसके इंजन को अलग करके उसमें मिनी बूचड़खाना चलाया जा रहा था।
मीट प्लांट चलाने की सूचना पर मुर्गी दाना फैक्ट्री पर छापा
खरखौदा : एसडीएम सदर ने खरखौदा पुलिस और पशु चिकित्सक के साथ अल्लीपुर में मुर्गी दाना बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा। सूचना थी कि यहां अवैध रूप से मीट प्लांट चलाया जा रहा है। हंगामे को देख एसडीएम ने फैक्ट्री के चेयरमैन से दो दिन के अंदर कागजात दिखाने का समय दिया।
क्षेत्र में अवैध मीट फैक्ट्री की सूचना पर एसडीएम सदर अरविंद सिंह ने मंगलवार को दोपहर करीब बारह बजे पुलिस फोर्स और पशु चिकित्सकों की टीम के साथ अल्लीपुर मोड़ स्थित यूनिवर्सल इंडिया एग्रो फूड फैक्ट्री पर छापा मारा। अधिकारियों और पुलिस फोर्स को देख कंपनी के चेयरमैन आस मोहम्मद और उसके भाई वसीम ने कर्मचारियों के साथ हंगामा करना आरंभ कर दिया। पशु चिकित्सक संजय चतुर्वेदी पर वसूली के आरोप लगाए। मामले को बढ़ता देख एसडीएम ने कंपनी चेयरमैन को दो दिन के अंदर कागजात दिखाने का समय देकर छोड़ दिया। कागजात न दिखाने पर कंपनी के मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। पशु चिकित्सक संजय चतुर्वेदी का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है। एसडीएम सदर अरविंद सिंह का कहना है कि दो दिन के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
विदेशी मीडिया ने ली जानकारी
छापे की सूचना पर विदेशी मीडिया ने मौके पर पहुंचकर मीट कारोबारी आस मोहम्मद और उसके भाई से मामले की जानकारी ली। साथ ही पशु चिकित्सक से भी बातचीत की।
अब हमारी सरकार है
मीट कारोबारियों ने पशु चिकित्सक को आड़े हाथ लेते हुए तबादला करवाने की चेतावनी दी। कहा कि सूबे में भाजपा की सरकार आ गई है। जो हमारी है। तत्कालीन सरकार के पांच वर्षो में बहुत शोषण हुआ है।