बाथरूम में फांसी पर लटका मिला व्यापारी, पीवीएस पर जाम
जागरण संवाददाता, मेरठ : शास्त्रीनगर के शेरगढ़ी निवासी फास्ट फूड दुकानदार ने सोमवार को पत्नी से
जागरण संवाददाता, मेरठ :
शास्त्रीनगर के शेरगढ़ी निवासी फास्ट फूड दुकानदार ने सोमवार को पत्नी से विवाद के बाद घर के बाथरूम में फांसी लगाकर जान दे दी। डेढ़ साल पहले ही दोनों से लव मैरिज की थी। पत्नी का आरोप है कि दुकानदार के पिता ने ही हत्या की है। महिला के साथ वाल्मीकि समाज के लोगों ने पीवीएस पर हंगामा कर जाम लगा दिया, जबकि पुलिस का कहना है कि बाथरूम का गेट अंदर से बंद था। ऐसे में बाहरी व्यक्ति कैसे प्रवेश कर सकता है।
मेडिकल थानाक्षेत्र के शेरगढ़ी गली नंबर 13 में राकेश का परिवार रहता हैं। राकेश सेंट्रल मार्केट में चाऊमीन का काम करता था। डेढ़ साल पहले राकेश का गली नंबर 12 निवासी निशा से प्रेम संबंध हो गए थे। दोनों ने परिवार की मर्जी के बिना शादी कर ली। डेढ़ माह पहले निशा ने बेटी दीपाली को जन्म दिया था। बेटी होने के बाद निशा अब नौकरी करना चाह रही थीं, लेकिन राकेश इसके खिलाफ था। इसी बात पर दंपती के बीच पिछले एक माह से विवाद चल रहा था। सोमवार सुबह भी दोनों में जमकर बहसबाजी हुई, जिसके बाद निशा घर की गैलरी में बैठ गई और राकेश बाथरूम में चला गया। काफी देर तक भी जब राकेश बाथरूम से बाहर नहीं आया तो निशा ने गेट से अंदर देखा। अंदर का नजारा देखकर निशा की चीख निकल गई। बाथरूम में राकेश फांसी के फंदे पर पर लटका था। शोर शराबा सुनकर भीड़ जमा हो गई। तत्काल ही मेडिकल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और बाथरूम का गेट तोड़कर शव को बाहर निकाला गया। पुलिस ने पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टपार्टम के लिए भेज दिया। बाद में मृतक की पत्नी निशा ने आरोप लगाया कि राकेश को उसके पिता ने मारा है। क्योंकि उनका परिवार प्रेम विवाह से खुश नहीं था। महिला के बयानों के बाद वाल्मीकि समाज ने पीवीएस पर पहुंचकर हंगामा कर दिया। देर रात रोड जामकर नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद भी वाल्मीकि समाज के लोग शांत हुए। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि पत्नी की ओर से दी गई तहरीर पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। एसओ धर्मेद्र सिंह का कहना है कि बाथरूम का गेट अंदर से बंद था। ऐसे में दूसरा कोई व्यक्ति हत्या नहीं कर सकता है। पुलिस अभी पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।