हुजूर अब तो आ जाइए..
जागरण संवाददाता,मेरठ : सूबे में नई सरकार का गठन हो चुका है। सरकार भले बदल गई हो, लेकिन अफसरशाही की न
जागरण संवाददाता,मेरठ : सूबे में नई सरकार का गठन हो चुका है। सरकार भले बदल गई हो, लेकिन अफसरशाही की नींद अभी नहीं टूटी है। लालफीताशाही में सरकारी व्यवस्था अब भी जकड़ी हुई है। सरकारी दफ्तरों पर अधिकारियों का न मिलना, खाली पड़ी कुर्सियां और उनके इंतजार में फरियादियों का एक-एक पल पहाड़ जैसा कटना आज भी जारी है। नई सरकार के दस्तक देते हुए अफसरशाही के मुखिया मुख्य सचिव ने भी सभी सरकारी अफसरों को समय से दफ्तर आने का निर्देश जारी किया था। नई सरकार में अफसरशाही की तत्परता और इनकी जनसुलभता को जब दैनिक जागरण की टीम जांचने निकली तो निराशा ही हाथ लगी। कामकाज के लिहाज से सप्ताह के पहले दिन सोमवार को कई दफ्तरों में 10 बजे के बाद भी सन्नाटा पसरा दिखा। एमडी पावर के ऑफिस के गेट पर जहां 11 बजे भी लॉक लगा था वहीं नगर आयुक्त ऑफिस भी 11.15 बजे तक बंद नजर आया। एमडीए के उपाध्यक्ष और सचिव भी ऑफिस से नदारद थे। पुलिस ऑफिस पर भी 10.45 बजे तक एसएसपी और एसपी देहात की भी कुर्सियां खाली नजर आई। जिलाधिकारी कार्यालय में भी 10.30 बजे तक फरियादी राह ताकते नजर आए।