बोर्ड परीक्षा : गणित में उलझे सीबीएसई व यूपी बोर्ड परीक्षार्थी
मेरठ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में सोमवार को परीक्
मेरठ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में सोमवार को परीक्षार्थियों को गणित के पेपर में खूब माथा-पच्ची करनी पड़ी। सिलेबस के अंतर्गत पूछे जाने के बाद भी छात्र-छात्राओं के लिए पेपर का स्तर कठिन रहा। शिक्षकों ने भी इस वर्ष 10वीं में गणित के पेपर को सामान्य बच्चों के स्तर से कठिन बताया। वहीं सीबीएसई की ओर से दो साल गणित के पेपर में कुछ राहत जरूर मिली लेकिन परीक्षार्थियों ने पेपर को लेंदी बताया। कुछ प्रश्नों में ट्रिकी सवाल पूछे जाने से छात्र-छात्राओं को उन्हें हल करने में अधिक समय लगा।
पेपर आसान, पर किया परेशान
दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्र आर्जव, मयंक शर्मा, रिषभ ने बताया कि गणित का पेपर आसान था लेकिन रेक्टर्स में पूछे गए सवाल लेंदी रहे। साथ ही सेक्शन-सी के कुछ प्रश्नों को हल करने में अधिक समय लगा। महक, मुकुल, आयुष ने बताया कि सीबीएसई की वेबसाइट पर दिए गए मॉडल पेपर की तुलना में बोर्ड पेपर का पैटर्न अलग दिखा। इसमें दो नंबर के छोटे सवालों को छह अंक में और छह अंक वाले सवालों को दो अंक में पूछा गया। सेक्शन-डी काफी लेंदी रहा। वहीं आशीष चौधरी, आर्यन, अमन ने पेपर सामान्य से कठिन बताया। मेघा त्यागी, अवंतिका, सोनाली व दिव्या के अनुसार पेपर पूरी तरह से एनसीईआरटी पर आधारित था। पिछले साल की तुलना में बोर्ड का पेपर आसान रहा।
बोर्ड से मिली राहत
गणित शिक्षक संतोष गुप्ता के अनुसार पिछले दो सालों की तुलना में बोर्ड ने गणित के पेपर में बच्चों को काफी राहत दी है। पांच से सात अंक के प्रश्नों को कुछ घुमाकर पूछा गया था जिसमें बच्चों को थोड़ी परेशानी जरूर हुई लेकिन किसी ने भी पेपर कठिन होने की शिकायत नहीं की।
वहीं यूपी बोर्ड 10वीं गणित का पेपर कठिन बता रहे हैं। केके इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. बीर बहादुर सिंह के अनुसार प्रारंभिक गणित का पेपर अधिक कठिन रहा। गणित का पेपर भी सामान्य बच्चों के लिए कठिन ही रहा है। करीब 40 प्रतिशत बच्चे ही शत प्रतिशत पेपर हल करने में सक्षम हुए होंगे।
4,747 ने छोड़ी गणित की परीक्षा
यूपी बोर्ड 10वीं गणित की परीक्षा में जिले में पंजीकृत 48,448 परीक्षार्थियों में से 4,747 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नहीं दी। वहीं सुबह की पाली में इंटरमीडिएट की संगीत की परीक्षा में 15 अनुपस्थित रहे। शाम को मनोविज्ञान व शिक्षा शास्त्र में 152 छात्र-छात्राएं नहीं पहुंचे। मेरठ मंडल में 10वीं गणित की परीक्षा में पंजीकृत 1,60,070 छात्र-छात्राओं में से 12,270 अनुपस्थित रहे।
पूरे मंडल में एक भी नकलची नहीं
सोमवार को 10वीं गणित की परीक्षा में पेपर कठिन होने की शिकायत के बाद भी मेरठ मंडल के छह जिलों में एक भी नकलची नहीं पकड़ गया। जिविनि कार्यालय और परीक्षा केंद्रों पर तैनात प्रधानाचार्य व शिक्षक इसे कक्षा में शिक्षकों की मेहनत बता रहे हैं। हालांकि यह मेहनत सत्र के दौरान कक्षा में की गई मेहनत थी या फिर परीक्षा के दौरान कक्षा में की गई अतिरिक्त मेहनत, इस पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।