बिना हेलमेट व प्रॉपर ड्रेस में न आने वाले छात्रों को भेजा घर
जागरण संवाददाता, मेरठ : करन पब्लिक स्कूल प्रबंधन की ओर से पिछले सप्ताह पीटीएम में परिजनों को नोटिस ज
जागरण संवाददाता, मेरठ : करन पब्लिक स्कूल प्रबंधन की ओर से पिछले सप्ताह पीटीएम में परिजनों को नोटिस जारी किए जाने के बाद सोमवार को सख्ती शुरू कर दी गई। नोटिस के अनुरूप बिना बिना हेलमेट लगाए वाहनों पर आने वाले, प्रॉपर ड्रेस के बिना तथा लेट आने वाले छात्रों को स्कूल में चल रही परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया। स्कूल में छात्रों को अनुशासित करने की दिशा में उठाए जा रहे इस कदम में स्कूल की ओर से पहले 270 छात्र-छात्राओं को चिन्हित किया गया, जिनमें से सोमवार को करीब 75-80 छात्र ऐसे नजर आए जिन पर नोटिस का कोई असर नहीं दिखाई दिया।
सीनियर छात्रों ने मांगी एक दिन की मोहलत
सोमवार को स्कूल पहुंचे बच्चों की जांच की तो उनमें कुछ बच्चों ने स्कूल यूनिफार्म से अगल पैंट पहन रखी थी तो कुछ ने शर्ट। वहीं कुछ छात्रों ने लंबे व स्टाइल वाले बाल रखे हुए थे तो कई हाथों में कड़ा पहने दिखे। कुछ छोटे बच्चों के जूते बुरी तरह फटे थे। परिजनों ने पीटीएम में नए जूते दिलाने का भरोसा दिलाया लेकिन अब बच्चों से पूछने पर पता चला कि उन्हें इस सत्र में फटे जूते ही पहनकर स्कूल जाने को कहा गया है। वहीं कुछ सीनियर छात्र सोमवार सुबह भी एक दिन ही मोहलत मांगते ही नजर आए।
नहीं दे सके परीक्षा
स्कूल में कक्षा 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। बिना हेलमेट, बिना ड्रेस व देर से आने वालों में बड़ी संख्या में छात्र कक्षा 11वीं के ही शामिल हैं। इन छात्रों को सोमवार को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया गया। छात्र परीक्षा में शामिल होने की इजाजत मांगते रहे लेकिन स्कूल की ओर से अनुशासन की सीमा में आए बिना परीक्षा में बैठने की इजाजत देने से इनकार कर दिया गया। इनमें कुछ छात्राएं भी शामिल रहीं तो सोमवार को स्कूल 8:50 बजे के बाद पहुंची थीं।
कुछ परिजन नहीं हो रहे सख्त
बच्चों को अनुशासित करने की कड़ी में स्कूल परिजनों को भी कदम बढ़ाने को कह रहा है लेकिन कुछ परिजन मानने को तैयार नहीं हैं। सोमवार को भी एक परिजन देर से पहुंचे छात्र के पीछे से हेलमेट लेकर देने पहुंचे। छात्र को एंट्री नहीं मिलने पर परिजन ने 'ये क्या इतना बड़ा स्कूल हो गया' कहकर नाराजगी जताई लेकिन अपने बच्चे को एक बार भी समय से हेलमेट के साथ पहुंचने की नसीहत नहीं दी। जबकि वह छात्र दो पहिया वाहन लेकर बिना हेलमेट व लाइसेंस के स्कूल आया था।
इनका कहना है..
-परिजनों व बच्चों को छह बिंदुओं का नोटिस पहले ही जारी किया था। बच्चों को कक्षा में व परिजनों को पीटीएम में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके छात्रों ने उसका पालन नहीं किया। पहले से संख्या बहुत कम हुई है लेकिन जो लोग बिना ड्रेस व हेलमेट के आए उन्हें वापस कर दिया गया है। स्कूल में नाई बुलाकर बाल भी कटवाए गए हैं। जिन छात्रों की परीक्षा छूटी है उन्हें परीक्षा के अंत में इस पेपर की परीक्षा में शामिल किया जाएगा। जो लोग अब भी प्रॉपर ड्रेस व हेलमेट के बिना आएंगे उन्हें आगे भी प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।
-डा. पारुल चौधरी, प्रधानाचार्या, करन पब्लिक स्कूल।