'मानव विकास में हर कदम पर जरूरी है विज्ञान'
जागरण संवाददाता, मेरठ: विज्ञान और तकनीकी का उपयोग हर क्षेत्र में हुआ है, लेकिन इसका हम कितना सही तरी
जागरण संवाददाता, मेरठ: विज्ञान और तकनीकी का उपयोग हर क्षेत्र में हुआ है, लेकिन इसका हम कितना सही तरीके से उपयोग कर पा रहे हैं, इसके आकलन की जरूरत है। विज्ञान अभी वरदान और अभिशाप दोनों है। यह कहना है कि ले. जनरल अमित सरीन का, जो मेरठ कालेज में रसायन विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित रिसेंट डेवलपमेंट इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में आर्डिनेंस सर्विस के डीजी ले. जनरल सरीन ने उदाहरण देते हुए कहा कि आज न्यूक्लियर वेपन तैयार करने में सबसे उच्च कोटि के विज्ञान और तकनीकी का उपयोग हो रहा है, खर्च भी खूब हो रहा है, यह एक हद तक जरूरी भी है, लेकिन अगर सोचे तो इसका आम जन के लिए कितना उपयोग हो पा रहा है। तकनीकी का उपयोग ऐसे कामों में हो जो सभी जनता से जुड़ी हो तो उसका काफी लाभ होगा। उद्घाटन सत्र में चौ. चरण सिंह विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने मेक इन इंडिया को प्रोत्साहित करने के लिए तकनीकी हस्तांतरण को जरूरी बताया। कालेज के मैनेजमेंट के अवैतनिक मंत्री रामकुमार गुप्ता ने परिस्थितियों के साथ ही विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में हुए बदलाव पर प्रकाश डाला। कालेज की प्राचार्य डा. बी कुमार ने विज्ञान को आर्थिक वृद्धि का एक तत्व बताते हुए कहा कि अपनी जीडीपी का दो फीसद स्पेस प्रोग्राम में खर्च करते हैं। उन्होंने इसरो की उपलब्धियों पीएसएलवी के प्रक्षेपण से 104 उपग्रह के सफल प्रक्षेपण की भी चर्चा की। कर्नल नरेंद्र कुमार ने चिकित्सा क्षेत्र में नैनो टेक्नोलॉजी के विषय में बताया। डीएन कालेज के प्राचार्य डा. बीएस यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। संयोजिका डा. नीलम कुमारी ने आभार जताया। तकनीकी सत्र डा. सुधीर पुंडीर, डा. अवधेश कुमार, डा. अजय चौहान, डा. संजय कुमार, डा. हेमंत कुमार पांडे, डा. विनय प्रभा, आभा अवस्थी ने अपने क्षेत्रों में विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। सेमिनार की संयोजिका डा. नीलम कुमारी और डा. अर्चना की पुस्तक 'रिसेंट डेवलमेंट इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी' का विमोचन किया गया। इस अवसर पर डा. नीरज कुमार, डा. संजय कुमार आदि का योगदान रहा।