बेइज्जत करने पर की थी ढाबा संचालक की हत्या
मेरठ : गत माह सरधना रोड स्थित ढाबा संचालक की हत्या का मुख्य षड़यंत्रकारी सोमवार को पुलिस ने दबोच लिया
मेरठ : गत माह सरधना रोड स्थित ढाबा संचालक की हत्या का मुख्य षड़यंत्रकारी सोमवार को पुलिस ने दबोच लिया। आरोपी ने मृतक पर आठ दस लाख रुपये बकाया होने की बात कही है जिसे वह नहीं दे रहा था। पांच दिसंबर को घटना के समय दायम पुर निवासी ढाबा संचालक कैश पवन काउंटर पर बैठा था जब उसकी हत्या की गई थी। मृतक हत्या के मामले में सजायाफ्ता था।
दायमपुर निवासी पवन सरधना रोड पर चौधरी आपका ढाबा के नाम से ढाबे का संचालन करता था। पांच दिसंबर को रात आठ बजे दो युवकों ने काउंटर पर बैठे पवन की गोली मार कर हत्या कर दी थी। परिजनों ने दायमपुर के ही दीपक और एक अज्ञात के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने बताया कि ऋषिपाल मामले में मुख्य षडयंत्र रचने का आरोपी थी। शोभापुर चौपले पर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ऋषिपाल को पकड़ लिया। बताया जाता है कि पवन पर ऋषिपाल के आठ दस लाख रुपये बकाया थे। रकम मांगने पर उसे हड़कता था और बात बात जलील करता था। ऐसे में उसने दीपक के साथ मिलकर पवन की हत्या की साजिश रची। पवन को गोली दीपक और उसके एक साथी ने मारी थी। सीओ बीएस वीरकुमार ने बताया कि ऋषिपाल से पूछताछ की जा रही है।
बिटौड़ा कांड में था ऋषिपाल आरोपी
2015 दिसंबर में दायम पुर निवासी अशोक नाम व्यक्ति की हत्या कर शव बिटौड़ा में फूंक दिया गया था। इस मामले में मृतक का भाई राजू, ऋषिपाल और दीपक आरोपी थे। ऋषिपाल का नाम पुलिस ने बाद में हटा दिया था। ऋषिपाल के साथ अशोक प्रापर्टी डीलर का काम करता था।
मृतक का रहा है आपराधिक इतिहास
वर्ष 2008 में दायमपुर निवासी कालू नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी जिसमें पवन और उसका भाई राजू नामजद थे। इस मामले में कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सजा भी सुनाई थी। पवन और राजू इस मामले में पैरोल पर रिहा हुए थे।