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परिवारवाद के पेंच में फंसी भाजपा

मेरठ : परिवारवाद से पीछा छुड़ाने वाली भाजपा निर्णय के नाजुक दौर में फंस गई है। वेस्ट यूपी में पांच सी

By Edited By: Published: Sat, 21 Jan 2017 02:25 AM (IST)Updated: Sat, 21 Jan 2017 02:25 AM (IST)
परिवारवाद के पेंच में फंसी भाजपा
परिवारवाद के पेंच में फंसी भाजपा

मेरठ : परिवारवाद से पीछा छुड़ाने वाली भाजपा निर्णय के नाजुक दौर में फंस गई है। वेस्ट यूपी में पांच सीटों पर फंसे पेंच को लेकर पार्टी की अग्निपरीक्षा है। इन सीटों पर पार्टी के निर्णय से पार्टी में परिवारवाद का मानक तय होगा। मेरठ कैंट भी इन पांच हाईप्रोफाइल सीटों के बीच अटकी है। शुक्रवार देर रात तक मंथन करने के बाद शनिवार को पार्टी अंतिम सूची जारी कर देगी।

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भाजपा ने पहली सूची में प्रदेश की 11 सीटों को होल्ड कर दिया था। तमाम सीटों में फंसे पेंच को हल करने में पार्टी को पसीना छूट गया। 16 जनवरी को जारी पहली सूची को लेकर तमाम सीटों पर विद्रोह भी हो गया। किंतु इसमें से ज्यादातर सीटों पर भाई भतीजावाद का पेंच फंसा है, जिस पर पार्टी अपनी कसौटी पर खुद को परखेगी। वेस्ट यूपी की पांच में चार सीटों पर परिवारवाद की छाया है। प्रदेश की सियासत के पुराने खिलाड़ी हुकुम सिंह कैराना सीट पर अपनी बेटी मृगांका के लिए टिकट मांग रहे हैं। इसी सीट पर उनके रिश्ते में पौत्र अनिल चौहान भी ताल ठोकने को तैयार हैं, जबकि साहिबाबाद एवं नोएडा को कद्दावर नेता राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह के लिए रोका गया है। पंकज सिंह को पार्टी नोएडा से उतार सकती है, जबकि साहिबाबाद पर नाराज चल रहे ब्राह्माण प्रत्याशी को उतारा जा सकता है। उधर, मुरादाबाद के सांसद सर्वेश सिंह बिजनौर की बढ़ापुर सीट पर अपने बेटे के लिए अड़े हैं। यहां से सपा ने शेख सुलेमान को टिकट देकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है। इस सीट सांसद सर्वेश सिंह की भी प्रतिष्ठा दांव पर होगी। उधर, बुलंदशहर और अलीगढ़ में आज भी पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की राय पार्टी के लिए बड़ी अहमियत रखती है। राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को टिकट देने में हिचकने वाली भाजपा ने कल्याण सिंह के पोते संदीप को अलीगढ़ की अतरौली से हरी झंडी दे दी है। बुलंदशहर की डिबाई होल्ड कर दी गई है। माना जा रहा है कि हुकुम सिंह एवं राजनाथ सिंह के कद के आगे पार्टी हथियार डाल सकती है, किंतु सांसद सर्वेश सिंह पर सस्पेंस बरकरार है।

कैंट से पर्दा अब पर्दा शनिवार को उठेगा

मेरठ कैंट में मामला उम्र और सर्वे रिपोर्ट का है। इस सीट पर दावेदारों की लंबी फौज में से अंतिम नाम लिफाफा में बंद हो गया है। हालांकि इस सीट पर सत्यप्रकाश अग्रवाल, अमित अग्रवाल, मुकेश सिंघल, संजीव सिक्का, अजय गुप्ता, जयकरण गुप्ता, बिजेन्द्र अग्रवाल, राजीव दीवान एवं हरिकांत अहलूवालिया ने भी दावा ठोंका है। शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उड़ीसा दौरे पर थे, जबकि जेपी नड्डा भी दिल्ली से बाहर रहे, ऐसे में भाजपा अब शनिवार सुबह लिस्ट की घोषणा करेगी। इस सीट को पार्टी की जीत के लिहाज से सर्वाधिक सुरक्षित माना जा रहा है, ऐसे में खींचतान भी सबसे ज्यादा है।


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