मेडिकल के संविदाकर्मी हड़ताल पर, चिकित्सा ठप
मेरठ : मेडिकल कालेज में शुक्रवार को आउटसोर्सिग स्टाफ के सैकड़ों कर्मचारी धरने पर बैठ गए, जिससे कैंपस
मेरठ : मेडिकल कालेज में शुक्रवार को आउटसोर्सिग स्टाफ के सैकड़ों कर्मचारी धरने पर बैठ गए, जिससे कैंपस की चिकित्सा व्यवस्था लड़खड़ा गई। नई इमरजेंसी के सामने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि सरकार एवं प्रशासन जानबूझकर उन्हें टरका रहा है, जबकि परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। आगाह किया कि आठ माह से रुका वेतन अगर जारी नहीं किया गया तो स्टाफ चिकित्सा का संपूर्ण बहिष्कार कर देगा।
नर्सिग स्टाफ ने बताया कि एनर्जी एंड कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से उन्हें भर्ती किया गया था। बताया कि वेतन की बात करने पर प्राचार्य से लेकर शासन के अधिकारी उन्हें सिर्फ आश्वासन देते हैं। नर्सिग स्टाफ के कुलदीप पटेल ने बताया कि सवा सौ नर्सिग स्टाफ एवं पांच वार्ड ब्वाय समेत कई अन्य धरने में शामिल हुए। उधर, धरने की वजह से इमरजेंसी, ओपीडी से लेकर आईसीयू, आइएसयू व दर्जनों विभागों में चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुई। बच्चा वार्ड एवं आर्थोपेडिक विभाग से तमाम मरीजों को वापस लौटना पड़ा। धरने की बात कैंपस में फैलते ही नियमित स्टाफ भी निर्धारित समय से पहले डयूटी से चला गया। रेडियोलोजी से लेकर पैथोलोजी तक में जांच का ग्राफ कम रहा। तमाम मरीजों को जांच कराए बिना लौटना पड़ा। कई मरीजों का आपरेशन टालना पड़ा, जबकि फालोअप में आए मरीजों को डाक्टर नहीं मिले। प्राचार्य डा. केके गुप्ता ने कहा कि शासन से उनका वेतन निर्गत कराने के प्रयास जारी हैं, जो जल्द ही कर्मियों को मिल जाएगा।